70

हजार से अधिक प्रयागराज में जीएसटी पंजीकृत व्यापारी

25

फीसदी ने ही अभी तक जमा कराया जीएसटी

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- कोरोना के चलते जीएसटी जमा कराने में पिछड़ रहे व्यापारी

- रोजाना पड़ रहा है फाइन, बंद हैं साइबर कैफे, अधिवक्ताओं ने भी बंद किया है काम

कोरोना काल में व्यापारियों ने जीएसटी जमा कराने में सरकार से समय में छूट की मांग की है। उनका कहना है कि व्यापार पूरी तरह से चौपट हो गया है और इस समय तमाम संसाधन उपलब्ध नहीं होने से जीएसटी जमा कराना मुश्किल है। ऐसे में सरकार को हमे राहत देनी चाहिए। बता दें कि इस समय प्रयागराज में 70 हजार से अधिक जीएसटी पंजीकृत व्यापारी हैं और इसमें से अभी तक महज 25 फीसदी ने ही जीएसटी जमा कराया है। बाकी सरकार से मिलने वाली राहत का इंतजार कर रहे हैं।

बंद हैं सेंटर, कहां जाए व्यापारी

शहर के जिन सेंटर्स पर व्यापारी जीएसटी जमा कराने जा रहे थे वहां पर ताला लगा हुआ है। कुछ सेंटर्स पर कर्मचारी या ओनर संक्रमित हो गए हैं तो कहीं पर अधिवक्ता या सीए मौजूद नहीे हैं। ऐसे में व्यापारी भी परेशान हैं। बैंकों की हालत खराब होने से वहां से डिटैल मिलने में दिक्कत पेश आ रही है। जिन व्यापारियों के पास खुद का कम्प्यूटर या सिसटम है वह जीएसटी जमा करा दे रहे हैं। लेकिन ऐसे व्यापारियों की संख्या 10 फीसदी से अधिक नहीें है। बाजार में संसाधन उपलब्ध नहीें होने से व्यापारियों को जीएसटी जमा कराने में प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है।

रोजाना पड़ रहा है मोटा फाइन

18 अप्रैल तक जीएसटी आर वन जमा कराने की डेट थी।

इसके बाद रोजाना के हिसाब से फाइन पड़ रहा है। यह फाइन रोज का 50 रुपए है।

इतना भारी भरकम फाइन से व्यापारियों की हालत खराब है।

उनका कहना है कि अगर व्यापारी एक माह तक फाइन नही जमा करा पाए तो उन्हे 1500 की रकम फाइन के रूप में देनी होगी।

अभी तक सरकार ने इस मामले में कोई फैसला नहीं लिया है। जिसको लेकर व्यापारी परेशान हो रहे है।

करोड़ों रुपए जमा होता है टैक्स

बता दें कि हर साल प्रयागराज में करोड़ों रुपए बतौर जीएसटी जमा होता है। अगर इसमें देर हुई तो सरकार को काफी नुकसान होता है। पिछले साल की तरह इस बार भी मार्च में कोरोना ने दस्तक दी है। प्रयागराज में दो दिन का लॉकडाउन है तो देश के कई प्रदेश में संपूर्ण लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में सरकार के पास डेट बढ़ाने के अलावा कोई दूसरा आप्शन नही है। शहर में स्थानीय व्यापारी संगठनों प्रयागराज उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल और अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने सरकार से जीएसटी जमा कराने में तीन माह का समय दिए जाने की मांग की है।

व्यापारियों को टैक्स जमा कराने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को चाहिए कि बिना देरी किए जीएसटी की अंतिम तिथि को बढ़ा दिया जाए। जिससे आम व्यापारियों को राहत मिल सके।

कादिर भाई, अध्यक्ष, उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल प्रयागराज

मार्केट में जीएसटी जमा कराने वाले सेंटर बंद पड़े हैं। अगर कही जाओ तो पता चलता है कि बाद में सेवा मिलेगी। अणधिकतर व्यापारी इस परेशानी से जूझ रहे हैं। इसको देखकर सरकोर को तत्काल निर्णय लेना होगा।

लालू मित्तल, अध्यक्ष, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल प्रयागराज

एक साल हो गए व्यापारी कोरोना से जूझ रहा है। बिक्री उसकी न के बराबर हो गई है। फिर भी सरकार के सामने सभाी प्रकार के टैक्स जमा कराए जा रहे हैं। लेकिन इस समय हालात खराब हैं। ऐसे में सरकार को राहत देनी चाहिए।

विकास केसरवानी, अमर ज्योति गैस सíवस रामबाग

जो बड़े व्यापारी हैं उनके पास अपना सिस्टम है और वह घर बैठे अपना जीएसटी फाइल कर रहे हैं। लेकिन साधारण व्यापारी पहले अपने सीए या वकील के पास जाता है फिर बैंक के चक्कर काटता है। इस समय दोनों जगह दिक्कत है।

अनिल दुबे, अध्यक्ष, इलाहाबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन

कोरोना से सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारियों को होता है। इस समय फिर परेशानी हो रही है। बहुत से व्यापारी टैक्स जमा कराना चाहते हैं लेकिन डर से बैंक नहीं जा पा रहे हैं। उनके सेंटर भी बंद चल रहे हैं।

सुशांत केसरवानी, प्रदेश मंत्री, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल प्रयागराज