प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गणेश यादव, ये नाम ऐसे बदमाश का है जिसके बारे में न जाने कितनी कहानियां हैं। गणेश यादव ने जरायम की दुनिया में खूब नाम कमाया। जिसका नतीजा रहा कि गणेश यादव चर्चित भू माफिया हो गया। खैर, झूंसी पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर बदमाश गणेश यादव को गिरफ्तार किया है। हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी पुलिस ने हवेलिया स्थित मल्लू चाय की दुकान से की है। जमीन के एक विवाद में गणेश यादव वांछित चल रहा था। पुलिस उसे छह महीना से तलाश रही थी। मगर वह पकड़ में नहीं आ रहा था। शनिवार शाम को हिस्ट्रीशीटर गणेश यादव मल्लू की चाय की दुकान पर था। तभी उसे घेरकर पकड़ लिया गया।

ये है मामला
घटना 31 दिसंबर 2023 की है। कर्नलगंज कटरा के रहने वाले रवि प्रताप सिंह ने झूंसी थाने में तहरीर देकर केस दर्ज कराया कि वह अपने साथी उत्पल सिंह, विनय सिंह, कृष्णा सिंह के साथ हवेलिया के संगम विहार कालोनी में इरफान अहमद के घर गया था। वहां पर कुलदीप यादव, शनि गिरी, रोहित यादव, अंशु यादव, राणा यादव, विशाल सिंह पटेल, मंजीत यादव, दीपक यादव, सचिन यादव एवं कई अज्ञात लोग पहुंच गए। कुलदीप यादव ने इरफान अहमद को गाली देते हुए कहा कि बगैर पांच लाख रुपये दिए मकान कैसे बनवा रहे हो। मुझे गणेश यादव ने भेजा है। तुमने अभी तक पांच लाख रुपया नहीं दिया। इसके बाद कुलदीप के साथ आए लोगों ने मारपीट शुरू कर दी। दर्जनों राउंड फायरिंग की। इस बीच सूचना पाकर पुलिस पहुंची तो आरोपित फायरिंग करते हुए भाग निकले। मामले में पुलिस ने गणेश यादव, कुलदीप यादव, रिंकू यादव, रवि यादव, शनि गिरी, रोहित यादव, अंशू यादव, राणा यादव, विशाल सिंह पटेल, मंजीत यादव, दीपक यादव, सचिन यादव एवं सात आठ अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस इस मामले में आरोपित गणेश यादव की तलाश कर रही थी।

गुण्डा टैक्स वसूल कर कमाए करोड़ों
हवेलिया गांव का रहने वाला गणेश यादव किसान परिवार से था। खेती किसानी करके गणेश यादव अपने परिवार का पेट पालता था। नब्बे के दशक में झूंसी में प्लाटिंग का काम शुरू हुआ तो गणेश यादव गुण्डा टैक्स वसूलने लगा। गणेश यादव निर्माणाधीन मकान पर पहुंच जाता। इसके बाद काम तभी शुरू हो पाता जब गणेश यादव को लाख पचास हजार रुपये गुण्डा टैक्स मिल जाता।

झूंसी थाने ने घोषित कर दिया हिस्ट्रीशीटर
बेहद शातिर अपराधी गणेश यादव के नाम का सिक्का झूंसी एरिया में चलता है। बेहद शातिर गणेश यादव ने न जाने कितने अपराध को अंजाम दिया, मगर उसके नाम पर हत्या और हत्या के प्रयास जैसी संगीन धाराओं में एक मामले को छोड़कर मुकदमा नहीं दर्ज किया जा सका। ये शायद उसके रसूख का कमाल ही था कि सफेद पोशों के संरक्षण की वजह से पुलिस गणेश यादव पर हमेशा मेहरबान रही।

12 के दर्ज हैं गणेश पर
शातिर अपराधी गणेश यादव पर कुल 12 मामले दर्ज हैं। जिसमें से सात मामला सरायइनायत थाने में दर्ज किया गया है। जबकि पांच मामला झूंसी थाने में दर्ज है। भू माफिया गणेश यादव के रसूख की बानगी इससे बढ़कर क्या होगी कि छह महीने से दर्ज मामले में उसकी गिरफ्तारी अब हो सकी है।

एक चर्चित विधायक का है शार्गिद
हिस्ट्रीशीटर भू माफिया गणेश यादव एक चर्चित पूर्व विधायक का शार्गिद है। पूर्व विधायक की पकड़ का नतीजा रहा कि झूंसी एरिया में जमीन से जुड़े हर दूसरे तीसरे मामले में गणेश यादव का नाम खुलकर सामने आता था, मगर झूंसी पुलिस गणेश यादव पर सीधे कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पाती थी।

गणेश यादव झूंसी थाने का हिस्ट्रीशीटर और भू माफिया है। बीते दिसंबर में उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इस केस में गणेश यादव की तलाश चल रही थी। गणेश यादव को हवेलिया से एक चाय की दुकान से पकड़ा गया है।
उपेंद्र प्रताप सिंह, थाना प्रभारी झूंसी