प्रयागराज ब्यूरो । थरवई थाना क्षेत्र के कोरसंड गांव निवासी बैजनाथ पुत्र पंचम लाल सीआरपीएफ में तैनात हैं। वह शांतिपुरम में मकान बनवा रखे हैं। यहां उनकी पत्नी अरुणा देवी बच्चों के साथ रहती थीं। बताते हैं कि तीन दिन पूर्व अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। परिवार के लोग इलाज के लिए उन्हें शांतिपुरम स्थित एक हॉस्पिटल ले गए। एडमिट करने के बाद डॉक्टरों द्वारा जांच की गई। रिपोर्ट आने के बाद चिकित्सक उन्हें डेंगू पाजिटिव बताए। इलाज के दौरान शनिवार दोपहर हॉस्पिटल में अरुणा देवी की मौत हो गई। उसकी मौत के बाद परिवार के लोगों द्वारा डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाए गए।
आक्रोशित परिजनों का कहना था कि उसकी मौत डॉक्टर की लापरवाही से हुई है। अरुणा देवी का प्लेटलेटस तीस हजार होने के बावजूद ऑपरेशन कर दिया गया। ऑपरेशन सक्सेस नहीं होने पर दोबारा लापरवाही पूर्ण ऑपरेशन किया गया। जिससे उसकी मौत हो गई। महिला की मौत से नाराज लोग हॉस्पिटल में हंगामा शुरू कर दिए। देखते ही देखते हुए लोग हॉस्पिटल पर पथराव की कोशिश करने लगे। सूचना पर फाफामऊ थाने की पुलिस पहुंची। पुलिस द्वारा डंडा पटक कर लोगों को हॉस्पिटल से हटाया गया। नाराज लोग हॉस्पिटल से हटे तो शांतिपुरम चौराहे पर प्रयागराज-लखनऊ हाईवे पर जाम लगा दिए। शाम करीब पांच बजे लगाया गया जाम सात बजे तक चलता रहा। दो घंटे तक जाम की वजह से सैकड़ों यात्री हाईवे पर फंसे रहे। जाम और हंगामें की खबर सुनते ही फाफामऊ इंस्पेक्टर व सीओ ट्रैफिक संतोष कुमार व टीआई अमित सिंह मौके पर पहुंचे। इन अधिकारियों ने सभी को समझा बुझाकर जाम समाप्त कराया। महिला के पति द्वारा फाफमऊ पुलिस को तहरीर दी गई है।
जाम लगाने वाले लोग महिला के इलाज में डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। सभी को शांत कराने के बाद महिला की बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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