प्रयागराज ब्यूरो । कैंसर को लेकर लोगों में जागरुकता की कमी है। अधिकतर मरीज तीसरी और चौथी स्टेज पर आने से पचास फीसदी की मौत हो जाती है। महिला में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट
कैंसर और पुरूषों में माउथ कैंसर के मामले अधिक हैं। यह बात भुवनेश्वर से आए कैंसर विशेषज्ञ डॉ। सुरेंद्र नाथ सेनापति ने कही। उन्होंने कहा कि पुरूषों में माउथ कैंसर तंबाकू के सेवन से और महिलाओं में ब्रस्ट कैंसर इन्फेक्शन से होता है। जिसमें धूम्रपान और शराब का सेवन, मोटापा, विकिरण चिकित्सा, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी और बच्चे को दूध न पिलाना इसके प्रमुख कारणों में से एक है। वह शनिवार को इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के सभागार में कमला नेहरू मेमोरियल क्षेत्रीय कैंसर केंद्र एसोसिएशन ऑफ रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट्स ऑफ इंडिया (यूपी चैप्टर) के 35 वें सम्मेलन में बोल रहे थे। इस दौरान देश भर से आए 300 कैंसर विशेषज्ञों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
महामारी का रूप ले रहा कैंसर
देहरादून हेमवती नंदन बहुगुणा मेडिकल एजूकेशन यूनिवर्सिटी के वीसी डा। मदनलाल ब्रम्हभट्ट ने कहा कि कैंसर देश में महामारी बनता जा रहा है। कैंसर दो सौ प्रकार होता है और इसमें 85 से 90 फीसदी कैंसर से बचाव संभव है। हमारे देश की बड़ी आबादी तंबाकू का अधिक सेवन करने से कैंसर की चपेट में है। सम्मेलन में 60 से अधिक पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टरों ने शोध पोस्टर प्रस्तुत किया। सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के विभिन्न संस्थानों की टीमों ने ऑन्कोलॉजी क्विज में भाग लिया। जिसमें डॉ। बी। पॉल थलियाथ और उनकी टीम ने प्री-कॉन्फ्र ंस ब्रेकिथेरेपी वर्कशॉप की।
रेडिएशन देने की होनी चाहिए जानकारी
वाराणसी से आए डॉ। आशुतोष मुखर्जी ने बताया कि तंबाकू सेवन से बचना चाहिए। मुंह के कैंसर का ऑपरेशन होने के बाद कितना रेडिएशन देना है, कब देना है, इसकी सही जानकारी होना जरूरी है। टाटा मेमोरियल यूनिट वाराणसी के निदेशक डॉ सत्यजीत प्रधान ने कहा कि हमारे देश में कैंसर इलाज के संसाधन पश्चिमी देशों की तुलना में कम हैं। सही समय पर जांच नही होने से कैंसर मरीज एडवासं स्टेज में आ जाते हैं। सेमिनार में लखनऊ एसजीपीजीआईएमएस की प्रो। डॉ। सुषमा अग्रवाल ने डॉ। बीएन लाल की समृति में व्याख्यान दिया। सम्मेलन मुख्य अतिथि के रूप में एआरओआई के प्रेसिडेंट इलेक्ट डॉ। सीएस माधु उपस्थित रहे। इस अवसर पर कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल के सीईओ डॉ। माधु चंद्र, एआरओआई यूपी चैप्टर के अध्यक्ष डॉ। पवन कुमार, जनरल सेक्रेटरी डॉ। शदाब आलम, आयोजन सचिव डॉ। सोनिया तिवारी, वैज्ञानिक सचिव डॉ। मोहम्मद नवेद आलम, संपादक डॉ। मानिशा टंडन, वित्त सचिव डॉ। प्रभात पंकज खत्री, डायरेक्टर एडमिन हरि ओम सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।