दो माह बाद खुली एसआरएन अस्पताल की ओपीडी
पहले दिन एसआरएन, एमडीआई और चिल्ड्रेन में पहुंचे पांच सौ नए मरीज, बहुत से लोगों को नहीं हुई जानकारी
नहीं दिखा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
एसआरएन का हाल
47
मरीज हुए भर्ती
54
मरीज देखे गए
27
का आपरेशन हुआ
प्रयागराज- करेली के रहने वाले शहनवाज मई में तीन बार अपना पेट का दर्द दिखाने एसआरएन पहुंचे लेकिन हर बार वापस लौटना पड़ा। क्योंकि यहां पर ओपीडी नहीं चल रही थी। शुक्रवार को उनके चेहरे पर मुस्कान नजर आई। उन्होंने कहा कि आज डॉक्टर ने उन्हें कायदे देखा और अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी है। इसी तरह सैकड़ों मरीजों को एसआरएन अस्पताल में ओपीडी शुरू होने पर राहत मिली। कोरोना काल में कोविड का लेवल थ्री अस्पताल बनाए जाने के बाद आम मरीजों की ओपीडी बंद कर दी गई थी। एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि सोमवार से हॉस्पिटल में अधिक भीड़ हो सकती है।
एक-दूसरे से सटे रहे मरीज
गुरुवार को शासन से आदेश के आने के बाद शुक्रवार को अस्पताल में सामान्य ओपीडी शुरू कर दी गई। ऐसे में पहले दिन महज 500 मरीजों ने दस्तक दी। यह पेट, ईएनटी, आंख, हड्डी, मानसिक ओपीडी आदि के मरीज थे। इस दौरान ओपीडी के भीतर तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था लेकिन बाहर मरीज एक-दूसरे से सटे नजर हुए आए। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था। मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने मरीजों से दूरी बनाने को कहा लेकिन उसका खास फर्क नही पड़ा।
दो दर्जन मरीज हुए भर्ती, शुरू हुई जांच
इस दौरान महज दो दर्जन मरीजों को भर्ती किया गया। यह अलग- अलग वार्डो में भेजे गए। इसके अलावा शुक्रवार से तमाम जांचों को आम मरीजों के लिए शुरू किय गया। कई मरीजों का अल्ट्रासाउंड, एमआरआई और सीटी स्कैन की जांच की गई। सेंट्रल जांच लैब में मरीजों का सैंपल भी कलेक्ट किया गया। जांच और सैंपल कलेक्शन के बाद मरीजों को राहत महसूस हुई।
एमडीआई और चिल्ड्रेन में भी देखे गए मरीज
इसी तरह एमडीआई और चिल्ड्रेन अस्पताल में भी मरीज देखे गए हैं। यहां भी नार्मल ओपीडी चलाई गई है। चिल्ड्रेन में अधिक भीड़ नजर आई। प्रयागराज के दूर दराज से अधिक मरीज पहुंचे। उन्होंने बताया कि बच्चों को मौसमी बीमारियों से परेशानी है। इन बच्चों को ओपीडी में डॉक्टर्स ने दवाएं दीं। एमडीआई में अधिकतर मरीज पोस्ट कोविड वाले पहुंचे। उन्होंने अपनी आंख की परेशानियों को डॉक्टर्स से शेयर किया।
मेरे बेटे को पेट दर्द की शिकायत है। ओपीडी बंद होने से उसका ठीक से इलाज नहीं हो पा रहा था। डॉक्टर को दिखाकर उसे भर्ती करा दिया गया है। अब रोजाना डॉक्टर की सलाह और राय मिल सकेगी।
शिवमूरत पटेल, प्रतापगढ़
गले में दर्द था। प्राइवेट डॉक्टर से इलाज करा रहे थे लेकिन आराम नहीं मिला। पता चला कि एसआरएन की ओपीडी खुल गई है तो इलाज कराने आए हैं। ईएनटी के डॉक्टर ने देखा और अल्ट्रासाउंड कराने को कहा है।
संदीप शुक्ला, प्रतापपुर
पेट में दर्द क शिकायत थी। भदोही में लोकल डॉक्टर का इलाज करा रहे थे लेकिन फायदा नही हो रहा था। दो बार वापस भी लौटना पड़ा है। शुक्रवार को डॉक्टर भी मिले और उन्होंने दवाएं भी लिखी हैं।
श्रवण कुमार, भदोही
अस्पताल खुलने से काफी राहत मिली है। अचानक मेरा एक्सीडेंट हो गया और कमर में दर्द होने लगा। ऐसे में परिजन मुझे यहां ले आए। डाक्टर साहब ने देखकर जांच केलिए बोला है।
बतोल सोनकर, नैनी