प्रयागराज (ब्‍यूरो)। रातों-रात ठेकेदारों की तिजोरियां ऐसे ही नहीं भर जातीं? इसके पीछे कराए जाने वाले कार्यों की गुणवत्ता में कटौती का बड़ा रोल है। शहर में महाकुंभ के मद्देनजर विकास के कार्य काफी तेज चल रहे हैं। इन कार्यों को कराने के लिए टेंडर लेने वाले कुछ ठेकेदार गुणवत्ता को ताक पर रख दिए हैं। गुणवत्ता में कटौती करके कराए जाने वाले कार्यों का खामियाजा आने वाले दिनों पर आवाम को भुगतना पड़ेगा। बुधवार को ऐसे ही गुणवत्ता विहीन कार्य कराने वाली कुछ संस्थाओं का चेहरा नगर आयुक्त के निरीक्षण में बेनकाब हुआ है। हालात को देखते हुए खफा नगर आयुक्त ने कार्रवाई के साथ जो निर्देश दिए हैं, आईए आप को भी बताते हैं।

आप भी जानिए कहां मिली खामियां
अशोक नगर स्थित एमआरएफ प्लांट का सर्व प्रथम निरीक्षण किया गया। संस्था को निर्देश दिए गए कि एजेंसी कैंपस के अंदर ही काम करेगी। कैंपस के बाद सड़कों के निर्माण का कार्य खुद नगर निगम करेगा। लोक सेवा आयोग गेट के निर्माण को भी उन्होंने चेक किया। कहा कि गेट में लगाए जाने वाले पत्थर के कलर को संस्था लोक सेवा आयोग के चेयरमैन से बात करके फाइनल करे। वह जिस कलर का पत्थर करें उसी तरह का लगाया जाएगा। मजार तिराहे से शिवकुटी पुलिस थाने तक हो रहे मार्ग प्रकाश स्थापना का भी निरीक्षण किए। पाया गया कि पोल के निर्माण में बाइब्रेटर मशीन का प्रयोग नहीं किया गया। क्यूरिंग व डेप्थ भी सही नहीं पाई गई। इतना ही नहीं इस कार्य में मानक व गुणवत्ता दोनों को नजरंदाज किया गया। यह देखते हुए खफा नगर आयुक्त ने पोल के पिलर को तोड़कर दोबारा बनाने व मुख्य अभियंता को सम्बंधित फर्म पर अर्थदण्ड लगाए के निर्देश दिए हैं।

ग्रेडेशन मैटेरियल में भी घालमेल
इतना ही नहीं, गोविंदपुर पानी की टंकी से शुक्ला मार्केट ईश्वरशरण डिग्री कॉलेज होते हुए पहलवान बाबा मजार तक ग्रेडेशन मैटेरियल में भी घालमेल पाया गया। बताया गया कि यह गेे्रडेशन मैटेरियल भी मानक के अनुरूप नहीं मिला। इस पर यहां काम करा रही फर्म पर अर्थदण्ड लगाने के निर्देश नगर आयुक्त ने दिए है। सलोरी पॉवर हाउस ईश्वर शरण होते हुए स्वराज नगर तक सीसी नाली निर्माण एलाइमेंट सही नहीं पाई गई। यह देखकर नगर आयुक्त का पाना चढ़ गया। कार्यदायी संस्था को कड़े शब्दों में निर्देश दिए कि वह इसे तोड़कर दोबारा बनवाए। साथ ही फर्म पर अर्थ दण्ड लगाने के निर्देश मुख्य अभ्यिंता को दिए।

इंटरलाकिंग की जगह डामर रोड
चर्चलेन में इंटर लॉकिंग का कार्य कराया जा रहा था। मगर, चौड़ाई अधिक होने के कारण इसे डामर रोड बनाने के निर्देश दिए गए हैं। कर्नलगंज इंटर कॉलेज से एलआईसी रोड होते हुए जगत तारन डिग्री कॉलेज तक लगाए जा रहे विद्युत पोल के कार्यों में जांच के निर्देश मुख्य अभियंता विद्युत को दिए गए हैं।