प्रयागराज ब्यूरो रातों रात लखपति बनने का ख्वाब दो फ्राड शातिरों को जेल पहुंचा दिया। छात्रों को सीबीएसई व जेईई और नीट परीक्षा में पास कराने व नंबर बढ़ाने का झांसा देकर छात्रों को जाल में फंसाते थे। जाल में छात्रों को फंसाने के लिए दोनों स्कूलों व कॉलेजों एवं कोचिंग के सामने रेकी किया करते थे। शातिरों के द्वारा बुने गए जाल में फंसे छात्र परिजनों से पैसा लाकर उन्हें दे दिया करते थे। यह खेल ये शातिर सिर्फ प्रयागराज ही नहीं राजस्थान व कोटा में फैला रखे थे। कुछ अभिभावक तो खुद आकर उन्हें पैसा दिया करते थे। इस अवैध कमाई का पैसा रखने के लिए वह फर्जी आधार और पैनकार्ड बना कर सिविल लाइंस स्थित प्राइवेट बैंक में अकाउंट खोल रखे थे। इस बात की जानकारी कहीं से आर्मी जवानों तक जा पहुंची। आर्मी के जवान जांच शुरू करते हुए जानकारी पुलिस के अफसरों को दिए। पुलिस अधिकारियों ने गिरफ्तारी के लिए धूमनगंज थाना प्रभारी व एसओजी टीम को लगा दिया।

धूमनगंज एरिया के हैं यह शातिर
एसओजी और धूमनगंज थाने की पुलिस दोनों की तलाश में जुट गई। शुक्रवार को दोनों धूमनगंज एरिया स्थित क्लेव तिराहा के पास पुलिस व एसओजी टीम के हत्थे चढ़ गए। शातिरों ने पुलिस को अपना नाम सरफराज अहमद पुत्र जमीर अहमद और मो। सईद पुत्र बसीउद्दीन निवासी नीमसराय थाना धूमनगंज बताया। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल किया है। पुलिस के मुताबिक आर्मी इंटेलीजेंस लखनऊ से ठग गिरोह की सूचना दी गई थी। खबर मिलने के बाद गिरफ्तारी के लिए एसओजी और धूमनगंज पुलिस को लगाया गया। शुक्रवार दोपहर पुलिस टीम शातिरों की तलाश में भ्रमण पर थी। एसबी इंटर कालेज के पास क्लेव तिराहा के करीब स्कूटी सवार तीन लोगों को रोका गया। टीम के रोकते ही एक स्कूटी सवार उतर कर भाग गया। उसे भागते हुए देखकर शक हुआ और टीम बचे हुए उसके दोनों साथी सरफराज व मो। सईद को दबोच ली। गिरफ्तार इन दोनों शातिरों को थाने लाकर पुलिस द्वारा पूछताछ की गई। पूछताछ में दोनों ने भागने वाले साथी का नाम दोनों मो। शमीम उर्फ शम्भू बताया। तीनों एक ही मोहल्ले के हैं।

स्कूटी रोकते ही उतरकर भागा शम्भू
भागे हुए शातिर शमीम उर्फ शम्भू की तलाश में धूमनगंज पुलिस द्वारा उसके घर पर छापेमारी की गई। पुलिस ने बताया कि घर पर वह नहीं मिला। उसके परिवार वालों ने पूछताछ में बताया कि वे दो दिनों से घर नहीं आया। उसकी तलाश में देर शाम तक टीम जुटी हुई थी। गिरफ्तार किए गए शातिर सरफराज के पास पुलिस द्वारा फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, श्रम कार्ड तथा उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक में अजय मिश्रा नाम से खोले गए खाते की पासबुक व एक स्कूटी बरामद की गई है। सईद के कब्जे के बैंक का स्टेटमेंट बरामद हुआ। पुलिस की मानें तो तीनों मिलकर ठगी का काम किया करते थे। यह प्रयागराज सहित प्रदेश के अन्य जनपदों व गैर प्रदेशों में भी वारदात को अंजाम दिया करते थे।

खाते में पैसा आते ही चेंज करते थे सिम
जब कोई फोनकर परीक्षा पास कराने या नंबर बढ़वाने की बात छात्र करते थे तो उससे अजय मिश्रा के फर्जी नाम वाले बैंक खाते में पैसे जमा करा लेते थे। वह प्रति छात्र से 10 से 50 हजार रुपये तक वसूली किया करते थे। पैसा उनके फर्जी खाते में आते मोबाइल का सिम बदल देते थे। सरफराज ही अजय मिश्रा नाम से दस्तखत कर बैंक से पैसे निकालता था।


छात्रों को जाल में फंसा कर फ्राड करने वाले यह शातिर गैंग है। कितने छात्रों को यह ठगी का शिकार बनाए हैं। इस बारे में जानकारी के लिए पूछताछ अभी की जा रही है। नाम मालूम चलने के बाद पैसा देने वालों से भी पूछताछ की जाएगी। यदि वे तहरीर देंगे तो उनकी ओर से भी शातिरों पर केस दर्ज किया जाएगा।
दीपक भूकर, एसीपी सिटी