लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सहायक प्रबंधक उद्योग विभाग में टॉप करके शहर का मान बढ़ाने वाली रश्मि द्विवेदी सिविल सर्विसेज में सफलता हासिल करके पीडि़त लोगों की हेल्प करना चाहती है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से बात करने के दौरान रश्मि द्विवेदी ने बताया कि वह लगातार इसके लिए प्रयासरत है। रश्मि के पिता डॉ। वशिष्ठ द्विवेदी पेशे से डाक्टर है। जबकि मां विद्या द्विवेदी हाउस वाइफ है। अपनी सफलता का श्रेय अपने पैरेंट्स और टीचर्स को देने वाली रश्मि का कहना है कि सिविल सर्वेट पब्लिक और सरकार के बीच की कड़ी है।
सफलता में सोशल मीडिया की अहम भूमिका
रश्मि द्विवेदी ने बताया कि उनकी सफलता में सोशल मीडिया का भी रोल बेहद अहम है। सिविल सर्विसेज की तैयारी के दौरान वह नियमित रूप से 6 से 8 घंटे तक पढ़ाई करती थी। लेकिन इंस्ट्राग्राम व वाट्सअप के जरिए मिलने वाले स्टडी मैटेरियल व वीडियों से उनको तैयारी करने में काफी हेल्प हुई। अग्रसेन पीजी कालेज, वाराणसी से एमएससी कमेट्री करने के बाद से वह सोशल वर्क से जुड़ गई। इस दौरान एक टीचर ने उन्हें सिविल सर्विसेज में ट्राई करने की सलाह दी। रश्मि द्विवेदी ने बताया कि अपने टीचर की सलाह पर उन्होंने 2016 से सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी। हालांकि पीसीएस 2016, 2017,2018, 2019 में उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। 2016 में ही उन्होंने लोक सेवा आयोग की ओर सहायक प्रबंधक उद्योग विभाग के पद पर होने वाली भर्ती के लिए आवेदन किया था। जिसमें उनको ये सफलता मिल सकी। उन्होंने कहा कि वह एसडीएम बनने के लिए प्रयासरत है। उसके लिए लगातार कड़ी मेहनत कर रही है।