प्रयागराज (ब्यूरो)। बता दें कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट बीस जून के बाद आने की संभावना है। ऐसे में अभी प्रैक्टिकल के नंबर चढ़ रहे हैं। साइबर ठग परीक्षार्थियों के पास फोन कर अपना निशाना बनाने का प्रयास कर रहे हैं। नंबर बढ़वाने के नंबर पर पांच हजार रुपये मांगे जा रहे है। परीक्षार्थियों ने यह बात अभिभावकों को बताई।
इस पर उन्होंने साइबर सेल व थाना पुलिस से शिकायत की है।
सावधान रहने की अपील
जिले में इस तरह के कई मामले आने के बाद एडीजी जोन व आईजी रेंज से अटैच टीमों को लगाया गया है। वहीं पुलिस अधिकारियों ने परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों को अलर्ट रहने की अपील की गई है।
ट्रूकॉलर में यूपी बोर्ड नाम देख छात्र खा रहे धोखा
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं पूरी होने के बाद मूल्यांकन का काम भी पूरा हो चुका है। 20 से 27 जून तक इंटरमीडिएट व हाईस्कूल का रिजल्ट आने की संभावना है। रिजल्ट आने से पहले जिले के परीक्षार्थियों के पास नंबर बढ़वाने के लिए फोन आ रहे हैं। यूपी बोर्ड का अधिकारी बताकर नंबर बढ़वाने के एवज में रुपये मांगे जा रहे हैं। खास बात यह है कि यह नंबर शातिरों ने ट्रूकॉलर पर यूपी बोर्ड ऑफिस के नाम से सेव कर रखे हैं। जब इस नंबर को आप डायल करेंगे तो ट्रूकॉलर यही बताएगा। जब इस नंबर से कॉल आ रही है तो परीक्षार्थियों को लग रहा है कि यह बोर्ड ऑफिस से फोन आ रहा है। कई लोग अब तक इसके झांसे में आ चुके हैं। जांच में यह भी पता चला है कि ऑनलाइन ठगी करने वाले तीन शहरों से बैठकर ठगी कर रहे है।
यहां से आ रही कॉल
जांच कर रही टीमों के मुताबिक यह शातिर कई राज्यों में बैठे हुए हैं। बिहार, झारखंड का जामताड़ा, मध्य प्रदेश व अन्य जनपदों में बैठे हुये हैं। परीक्षार्थियों और अभिभावकों को फोनकर नंबर बढ़वाने के नाम पर पैसों की डिमांड कर रहे है। जांच में पता लगा कि जिस नंबर 93944 20546 से फोन किया गया वह आंध्र प्रदेश से लिया गया है। इसके बाद इस नंबर को असम में पोर्ट करा लिया गया। शातिर ठग बिहार के नवादा जिले से परीक्षार्थियों व अभिभावकों को फोन करके रुपयों की डिमांड कर रहे हैं। इस नंबर को ट्रूकॉलर पर चेक करने पर बोर्ड ऑफिस लिखकर आ रहा है। जिससे परीक्षार्थियों के साथ अभिभावक भी धोखा खा जा रहे है।
केस 01
झूंसी निवासी अरूण कुमार बिसेन का पुत्र इंटरमीडिएट का छात्र है। दो दिन पहले उसके मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह यूपी बोर्ड का अधिकारी बोल रहा है। कॉपी चेक करते समय एक विषय में नंबर कम आए हैं। रिजल्ट भी आने वाला है। ऐसे में अगर नंबर बढ़वाना है तो खाते में पांच हजार रुपये डाल दो। फोन कटने के बाद मोबाइल पर खाते का नंबर भी मैसेज किया।
केस नंबर 2
सोरांव निवासी रवि रंजन साहू के पास भी कॉल आई। इसमें अंक बढ़वाने के नाम पर पांच हजार रुपये की मांग करते हुए खाता नंबर भी भेजा। जिसके छात्र ने ट्विटर का सहारा लेकर ट्वीट कर अधिकारियों को घटना की जानकारी दी।
केस नंबर 3
बमरौली ग्लास फैक्ट्री के पास रहने वाले सलमान का बेटा अमीर 10वीं का छात्र है। उसने भी इस साल बोर्ड का एग्जाम दिया है। उनके नंबर पर कॉल कर नंबर बढ़वाने के नाम पर पांच हजार रुपये मांगे गए। उनको भी कॉल करने वाले ने यूपी बोर्ड का अधिकारी बताया।
साइबर कैफे से लीक हुआ छात्रों का डाटा
जांच में यह भी पता चला है कि यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन साइबर कैफे से हुआ था। इस कारण परीक्षार्थियों के नंबर लीक हो गए। नंबर मिलने के बाद साइबर ठगों ने ठगी का एक नया तरीका निकाल लिया। माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव दिव्य कांत शुक्ला ने बताया कि इस तरह की शिकायतें मिली है, जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस बात की जांच अधिकारियों द्वारा बनाई गई टीमें कर रही है। उम्मीद है जल्द ही फर्जीवाड़ा करने वालों के बारे में कुछ सटीक जानकारी मिल पाएगी।
छात्र व उनके अभिभावक ऐसी आने वाली कॉल से सावधान रहें। यदि इस तरह की कोई भी कॉल उनके पास आती है तो तुरंत स्थानीय थाना व साइबर थाने पर कॉल कर सूचना दें। ऐसे मामलों की जांच के लिए संबंधित थाने से लेकर अन्य टीमों को लगाया गया है।
प्रेम प्रकाश, प्रयागराज एडीजी जोन