प्रयागराज ब्यूरो । यूपी बोर्ड परीक्षा में कम अंक पाने वाले छात्रों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। उनके फोन पर आने वाले काल्स में स्क्रूटनी के नाम पर नंबर बढ़ाने के बदले पैसे देने की मांग की जा रही है। ऐसे कई मामले सामने आने के बाद यूपी बोर्ड के अधिकारियों ने इसे संज्ञान लिया है। उनकी ओर से ऐसे मामलों में छात्रों से संबंधित जिले के डीआईओएस से शिकायत करने की अपील की गई है। जिससे कॉलर के खिलाफ तत्काल कार्रवाई कराई जा सके।
क्या है मामला
इस साल यूपी बोर्ड का दसवीं और बारहवी ंका रिजल्ट आने के बाद हजारों छात्र ऐसे थे जिनके नंबर कम थे या वह फेल हो गए थे। ऐसे में छात्रों ने स्क्रूटनी के नाम पर आवेदन किया है। उनका कहना है कि कॉपियों की दोबारा जांच हो जाने पर उनके नंबर बढ़ सकते हैं। जिससे वह पास हो जाएंगे। हालांकि इस बात भी भनक ठगों को लग गई है और उन्होनेें ऐसे छात्रों को कॉल करना शुरू कर दिया ह। उनका कहना है कि नंबर बढ़वाने के बदले पैसे देने से छात्रों का काम हो जाएगा। छात्रों के अलावा ऐसे कॉल्स उनके पैरेंट्स के पास भी आ रहे हैं।
स्क्रूटनी के लिए 29 हजार से अधिक आवेदन
प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय में कुल 12,206 आवेदन आए हैं। इसमें हाईस्कूल के 2065 और इंटरमीडिएट के 10,141 हैं। इसके बाद वाराणसी में कुल 5,939 आवेदन आए हैं। इसमें से हाईस्कूल के 927 और इंटर के 5012 आवेदन हैं। साथ ही मेरठ में कुल 5363 आवेदनों में से हाईस्कूल के 828 और इंटर के 4535 आवेदन हैं। गोरखपुर में आए 3451 आवेदनों में से हाईस्कूल के 468 और इंटर के 2983 आवेदन हैं। सबसे कम बरेली क्षेत्रीय कार्यालय में 2596 आवेदन आए हैं। उसमें से हाईस्कूल के 460 और इंटर के 2136 आवेदन हैं। इस तरह से 29 हजार से अधिक आवेदन पहुंचे हैं। सवाल यह उठता है कि इन छात्रों के नंबर ठगों तक कैसे पहुंचे। यह जांच का विषय है।
इस तरह का मामल संज्ञान में आया है। मेरा कहना है कि छात्र जिन नंबर से कॉल आ रही है उसकी सूचना अपने जिले के डीआईओएस को दें। जिससे तत्काल संबंधित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा सके।
दिव्यकांत शुक्ला, सचिव, यूपी बोर्ड