त्रिवेणी दर्शन और पुराने यमुना ब्रिज के बीच की चार एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा हेलीपैड
जमीन का सर्वे करने पहुंचे पवन हंस अधिकारियों ने किया ओके, दीपावली से पहले शुरू होगा काम
ALLAHABAD: इलाहाबाद के निवासियों को साल के अंतिम महीने से हेलिकॉप्टर की सुविधा मिलने लगेगी। इसके जरिए 2500 रुपए खर्च करके कोई भी संगम का विहंगम नजारा हेलिकॉप्टर से देख सकेगा। त्रिवेणी दर्शन और पुराने यमुना ब्रिज के बीच की चार एकड़ जमीन पर हेलीपैड बनाया जाएगा। हेलीपैड बनाने का काम पवन हंस कंपनी द्वारा किया जाएगा। उसके अधिकारियों ने शनिवार को क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम कुमार श्रीवास्तव के साथ जमीन का सर्वे कर हेलीपैड बनाने को मंजूरी दी।
बोट क्लब की जमीन नामंजूर
पर्यटन विभाग की ओर से इलाहाबाद में हेलिकॉप्टर की सुविधा देने के लिए पहले बोट क्लब की दो एकड़ जमीन पर हेलीपैड बनाने की योजना थी। इसका सर्वे करने के लिए शनिवार को पवन हंस कंपनी के महाप्रबंधक पीके मारकन, मेजर मारवाह व मनीष लाखेड़े पहुंचे थे। बोट क्लब की दीवार हेलीपैड बनाने की राह में बाधा बन गई। अधिकारियों ने त्रिवेणी दर्शन और पुराने यमुना ब्रिज के बीच की जमीन को देखा। अधिकारियों को वह जमीन हेलीपैड बनाने के लिए बेहतर लगी। अधिकारियों की मानें तो वहां से हेलिकॉप्टर को उड़ाने में हवा का दबाव नहीं बनेगा। इसके बाद वहां की चार एकड़ जमीन पर हेलीपैड बनाने को मंजूरी दी गई।
एक सप्ताह में भेजा जाएगा डीपीआर
जमीन की मंजूरी के बाद उसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानि डीपीआर सात दिनों के भीतर पर्यटन विभाग के लखनऊ स्थित मुख्यालय को भेजने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद दीपावली से पहले हेलीपैड बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
पवन हंस कंपनी के अधिकारियों ने हेलीपैड बनाने के लिए जमीन के सर्वे का काम कर मंजूरी दे दी है। एक सप्ताह के अंदर मुख्यालय को डीपीआर भेजा जाएगा। दिसम्बर से हेलिकॉप्टर की सुविधा शुरू की जाएगी।
अनुपम कुमार श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी