प्रयागराज ब्यूरो । दो शातिर युवकों ने लापता छात्र के मामा से एक लाख रुपये रंगदारी मांगी। युवकों को मोबाइल एप यूपी कॉप से छात्र के मामा का नंबर मिला। अनहोनी की आशंका से घबराए छात्र के मामा ने नैनी पुलिस को घटना की जानकारी दी। फिरौती का मामला होने से नैनी पुलिस सक्रिय हो गई। इस बीच छात्र लौट आया। पुलिस ने मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिया। नंबर की लोकेशन फाफामऊ में मिली। शनिवार को पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
दसवीं का छात्र हो गया था लापता
नैनी थाना क्षेत्र के गंगोत्रीनगर का रहने वाला प्रांजल त्रिपाठी हाई स्कूल का छात्र है। एक हफ्ता पहले वह घर से बिना बताए चला गया। परिजन खोज कर परेशान हो गए तो मामा डा.पवन त्रिपाठी ने नैनी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस प्रांजल की तलाश में लगी थी। इस बीच डा.पवन त्रिपाठी के पास एक अननोन नंबर से कॉल आई। फोन करने वाले ने कहा कि अगर प्रांजल सुरक्षित चाहिए तो एक लाख रुपये दे दो, वरना उसे मार दिया जाएगा। फोन करने वाले ने डा.पवन को बैंक एकाउंट नंबर भी दे दिया। परेशान डा.पवन ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिया। नंबर की लोकेशन फाफामऊ में मिलने लगी। पुलिस युवक की तलाश में लग गई। इस बीच छात्र लौट आया।

फाफामऊ से की पुलिस ने गिरफ्तारी
शनिवार को इंस्पेक्टर कुशपाल ने टीम के साथ फाफामऊ में दबिश दी। पुलिस टीम ने धनराज बिंद और मनीष को गिरफ्तार कर लिया। धनराज फाफामऊ का और मनीष शिवकुटी का रहने वाला है।
फिरौती मांगने का करते हैं धंधा
पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि दोनों फिरौती मांगने का धंधा करते हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों मोबाइल एप पुलिस कॉप से गुमशुदा लोगों की तहरीर से केस दर्ज कराने वाले का नंबर निकालते हैं। दोनों पहले कचहरी में एक वकील के चेंबर में काम करते थे। वहीं पर दोनों को मोबाइल एप पुलिस कॉप के बारे में जानकारी हुई। इसके बाद दोनों फिरौती मांगने का धंधा करने लगे।

आठवीं तक पढ़े हैं आरोपित
पुलिस के मुताबिक दोनों युवक आठवीं तक ही पढ़े हैं। मगर काम करने का तरीका बेहद शातिराना है। दोनों पुलिस कॉप से नंबर निकाल कर दिल्ली, नालंदा, नोएडा समेत कई जगह फोन कर चुके हैं।

गिरफ्तार दोनों युवक फिरौती मांगने का धंधा करते हैं। चूंकि ये अपराधिक घटनाएं नहीं करते, इसलिए पुलिस की नजर में नहीं आए। छात्र के मामले में नैनी पुलिस की सक्रियता की वजह से गिरफ्तार कर लिए गए। युवकों से अभी पूछताछ की जा रही है। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
अजीत सिंह चौहान, एसीपी