प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रकरण की पड़ताल में जुटी नवाबगंज थाने की पुलिस कई एंगल पर जांच में कर रही है। वारदात के बाद रविवार रात घटना के पीछे प्रधान पद के चुनाव की रंजिश सामने आई थी। इस बात की तस्दीक और पुख्ता जानकारी के लिए एक टीम सोमवार को संग्रामगढ़ भेजी गई। गोली से घायल संतोष के भाई संजय सिंह द्वारा दी गई तहरीर में गांव के ही धीरज सिंह व नीरज सिंह पर कत्ल के इल्जाम लगाए गए हैं। तहरीर में बताया यह भी गया कि दो अज्ञात लोग भी इस वारदात में शामिल थे। इसके आधार पर थाना पुलिस दो नामजद व दो अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच में जुट गई। आरोपितों की तलाश में संग्रामगढ़ भेजी गई टीम कई जगह दबिश दी। बताया गया कि मगर दो में से एक भी पुलिस के हाथ नहीं आया। घटना रविवार शाम उस वक्त हुई थी जब हरेंद्र मिश्र गांव के ही पूर्व प्रधान संतोष सिंह के साथ कार से फाफामऊ घाट किसी की अंत्येष्टि में आ रहा था। रास्ते में संतोष के मोबाइल पर किसी की कॉल आई थी। इसके बाद वह कार रोक कर रास्ते में दो और लोगों को बैठा लिया था। वह दोनों नवाबगंज श्रृंगवेरपुर ईंट भट्ठा के पास पहुंचने पर टायलेट के बहाने कार रुकवाकर उतर गए। बस इतने में पहुंचे बाइक सवारों ने कार में बैठे हरेंद्र मिश्र व संतोष सिंह पर गोलियां बरसा दी थी। हरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि संतोष का इलाज एसआरएन हॉस्पिटल में चल रहा है। फिलहाल पुलिस संतोष की भूमिका को लेकर भी छानबीन कर रही है। हालांकि देर रात तक पुलिस किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकी थी।
मामले में कुल चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है। इसमें से दो आरोपित अज्ञात हैं। चारों की तलाश में टीम संग्रामगढ़ भेजी गई है। प्रकरण में कई बिन्दुओं पद तफ्तीश की जा रही है।
सुधीर कुमार, सीओ सोरांव