प्रयागराज (ब्यूरो)। सफलता ऐसे ही नही मिलती है। इसके लिए कड़ी मेहनत और लगन की आवश्यकता होती है। यह बात यूपी बोर्ड के टापर्स पर बिल्कुल फिट बैठती है। बुधवार को जिला प्रशासन की ओर से संगम सभागार में इन टापर्स का सम्मान किया गया। बातचीत मे ंउन्होंने बताया कि रोजाना कई घंटे पढ़ाई करते थे और इस दौरान उन्होंने मनोरंजन का भी पूरा ख्याल रखा। परिजनों का पूरा सहयोग मिला। हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी। अगर उपयोग किया भी तो हेल्पिंग टूल की तरह। आइए जानते हैं कि टॉपर्स ने कैसे बयां की अपनी सफलता की कहानी
चार से छह घंटे की पढ़ाई
नैनी के रहने वाले शिवम पांडेय को हाईस्कूल परीक्षा में जिले में पहला स्थान मिला है। वह एकता विद्या मंदिर में पढ़ते हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता स्कूल टीचर हैं और परीक्षा की तैयारी के दौरान उनका पूरा सहयोग मिला। शिवम खुद रोजाना चार से छह घंटे पढ़ाई करते थे। हालांकि इस दौरान उन्होंने मनोरंजन के लिए चुटकुलों की किताब पढऩा नही छोड़ा। इससे उनका मन प्रसन्न रहता था। उन्होंने सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बना रखी थी।
क्रिकेट और कबड्डी ने बनाया चुस्त दुरुस्त
हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में जिले में दूसरा स्थान पाने वाले मनीष पटेल रोजाना तीन से चार घंटे पढ़ाई करते थे। वह कौशांबी के रहने वाले हैं और पिता पेशे से किसान हैं। मनीष बताते हैं कि पिताजी ने पढ़ाई को लेकर हमेशा पूर्ण सहयोग किया। लगातार पढ़ाई करने के दौरान वह क्रिकेट और कबड्डी भी खेलते रहे। इससे उनका तन-मन दोनों दुरुस्त रहता था। सोशल मीडिया के यू ट््यूब को उन्होंने टूल की तरह इस्तेेमाल किया। यहां पर वही अपने पाठ्यक्रम को रिवाइज करते थे।
मोटिवेशनल वीडियोज ने दी ऊर्जा
हाईस्कूल परीक्षा में जिले में तीसरा स्थान हासिल करने वाली सुप्रिया यादव परीक्षा की तैयारी के दौरान मनोरंजन के लिए यू ट्यूब पर मोटिवेशनल वीडिया देखती थीं। कहती हैं इससे उनको नई ऊर्जा मिलती थी। व्हाट््सऐप और फेसबुक से उन्होंने दूरी बनाए रखी। वह हंंडिया की रहने वाली हैं और विद्यावती यादव स्मारक महर्षि कृष्णा इंटर कॉलेज की छात्रा हैं। इनके पिता जी टीचर है। तैयारी के दौरान उन्होंने रोजाना पांच से छह घंटे पढाई की।
पिता ने दिखाई सफलता की राह
सेंंट एंथोनी कॉलेज की छात्रा नेहा प्रजापति ने हाईस्कूल परीक्षा में इस बार जिले में चौथा स्थान प्राप्त किया है1 उनके पिता एसआरएन अस्पताल में वार्ड ब्वॉय हैं और उन्होंने हर कदम पर अपनी बेटी का पढ़ाई में सहयोग व साथ दिया। कहती हैं कि रोजाना पांच से छह घंटे पढ़ाई करना जरूरी है। तभी आप कोर्स को कवर कर पाएंगे। पढ़ाई के दौरान खुद को रिचार्ज करने के लिए वह कहानी की किताबें पढ़ा करती थीं।
मेयर और डीएम ने किया सम्मानित
बुधवार को संगम सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में मेयर गणेश केसरवानी और डीएम संजय कुमार खत्री ने राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय मेंधावी विद्यार्थियों का सम्मान किया। सम्मानित होने वाले सभी 14 राज्य स्तरीय मेधावी विद्यार्थियों के बैंक खाते में एक लाख की एवं 08 जिला स्तरीय मेधावी विद्यार्थियों के खाते में 21 हजार की राशि अंतरित की गई। लखनऊ में सम्मानित होने वाले 06 मेधावी विद्यार्थियों के खाते में भी रुपये एक लाख अन्तरित कर दिया गया है। मेधावी विद्यार्थियों को प्रतीकात्मक चेक, प्रशस्ति पत्र, टैबलेट एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रभाकर त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित डीआईओएस पीएन सिंह ने सभी मेधावियों से कहा कि घर जाकर अपना-अपना खाता देख लें सभी के खाते में निर्धारित धनराशि अन्तरित करा दी गई है, फिर भी यदि कही कोई कठिनाई हो तो कार्यालय से सम्पर्क करते हुए निवारण करा ले।