नहाते समय डूबने से गंभीर हालत में बाहर निकाले गए, हॉस्पिटल में हुई मौत

PRAYAGRAJ: आठ साल का राहत उर्फ बहादुर और सात वर्ष का बलिराम गुप्ता एक साथ पढ़ते थे। दोनों में गहरी दोस्ती थी। शुक्रवार दोपहर दोनों गांव के पास तालाब में नहाने गए थे। तालाब में नहाते समय दोनों डूब गए। यह देख पहले से नहा रहे गांव के लोग शोर मचाने लगे। इनकी आवाज सुन ग्रामीण दौड़ पड़े। ग्रामीण दोनों को पानी से बाहर निकले। तब तक उनकी सांसें चल रही थीं। हालत गंभीर देख बिलखते हुए परिजन व ग्रामीण उन्हें लेकर स्थानीय सीएचसी पहुंचे। हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना मांडा इलाके के मेहाजगीर गांव की है।

इकलौता बेटा था राजेश

मेहाजगीर गांव निवासी राजेश आदिवासी का बहादुर इकलौता बेटा था। वह गांव के ही हरीश कुमार गुप्ता के बेटे बलिराम के साथ एक ही स्कूल में पढ़ता था। दोनों कक्षा तीन के छात्र थे। बताते हैं कि गांव के पास स्थित तालाब में रोज गांव के कुछ युवक स्नान के लिए जाते हैं। एक दो बार दोनों बालक भी घर वालों के साथ तालाब में स्नान करने गए थे। शुक्रवार को दोनों बगैर परिजनों को बताए तालाब नहाने जा पहुंचे। यहां पहले से ही गांव के कुछ लड़के स्नान कर रहे थे। स्नान के लिए बहादुर और बलिराम गुप्ता भी तालाब में उतर पड़े। अचानक गहरे पानी में जाने से दोनों डूबने लगे। यह देख पहले से तालाब में नहा रहे गांव के युवक शोर मचाते हुए बचाने के लिए दौडे़। तब तक दोनों डूब गए। आवाज से पहुंचे ग्रामीण युवकों के साथ तालाब में दोनों की तलाश करने लगे। काफी प्रयास के बाद ग्रामीण दोनों को पानी से बाहर लाए तब तक सब कुछ ठीक था। मगर दोनों की हालत गंभीर बनी थी। परिजनों के साथ ग्रामीण दोनों को इलाज के लिए लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

दोनों के परिवार वाले बॉडी का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिए। इस पर बॉडी उनके परिजनों को सौंप दी गई है। घर वाले दोनों का महेवाकला घाट पर अंतिम संस्कार कर दिए।

सुरेंद्र कुमार पांडेय

प्रभारी निरीक्षक माण्डा