प्रयागराज ब्यूरो । उमेश पाल हत्याकांड में घायल गनर राघवेंद्र सिंह को रविवार शाम ग्रीन कारीडोर बनाकर लखनऊ एसजीपीजीआई रेफर कर दिया गया। एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन के मुताबिक सीएम योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट आदेश था कि जब तक गनर की हालत स्थित न हो जाए, उसे रेफर न किया जाए। साथ ही गनर को ग्रीन कारीडोर के जरिए भेजा जाए। बता दें कि राघवेंद्र को हमले में दो गोलियां लगी थीं। जिसमें एक पेट और दूसरी जांघ में लगी थी। जिसकी वजह से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।

रिक्वेस्ट थी कि रेफर किया जाए

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह ने बताया कि राघवेंद्र की हालत गंभीर थी। उनके घर वालों की रिक्वेस्ट थी कि गनर को लखनऊ एसजीपीजीआई या दिल्ली एम्स रेफर कर दिया जाए। लेकिन हालत स्थिर नही होने की वजह से ऐसा कर पाना मुश्किल था। इस मामले में सीएम का आदेश था कि जब तक गनर की हालत स्थित न हो जाए उन्हें रेफर न किया जाए। इसके चलते रविवार को दोपहर में आठ डॉक्टरों की टीम लगाकर उनका इलाज कराया गया। शाम को राघवेंद्र की हालत स्थिर हो जाने के बाद उन्हें एसपीजीआई रेफर कर दिया गया है।

छह डॉक्टरों की टीम के साथ रवाना

शाम को राघवेंद्र को छह डॉक्टरों की टीम के साथ एंबुलेंस से एसजीपीजीआई लखनऊ रवाना कर दिया। एंबुलेंस के आगे पुलिस की स्कार्ट भी गई। पूरे रास्ते एंंबुलेंस को ग्रीन कारीडोर की वजह से रूट क्लीयर मिला है। प्रयागराज से लखनऊ के बीच जगह जगह बैरीकेडिंग करके ट्रैफिक को रोक दिया गया था। प्रिंसिपल ने बताया कि एंबुलेंस को सभी प्रकार के लाइफ सेविंग उपकरणों से लैस कर दिया गया है। बता दें कि शुक्रवार की शाम सुलेमसराय एरिया में राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल को गोलियों और बम से हत्या कर दी गई थी। उमेश की सुरक्षा में लगे गनर संदीप की मौके पर मौत हो गई थी और दो गोलियां लगने के बाद दूसरे गनर राघवेंद्र की हालत सीरियस बनी हुई है।