प्रयागराज (ब्यूरो)। धूमनगंज पुलिस ने शनिवार को गुड्डू मुस्लिम और साबिर का घर कुर्क किया। ये दोनों वही हैं जिन्होंने उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम दिया था। दोनों पर पांच लाख का इनाम है और दोनों उमेश पाल की हत्या के बाद से फरवरी से फरार हैं। दोनों की तलाश करके थक चुकी धूमनगंज पुलिस ने शनिवार को दोनों के घर को कुर्क किया। इस दौरान गुड्डू का घर पीडीए द्वारा सील होने की वजह से सामान जब्त नहीं किया जा सका। जबकि साबिर के घर का सारा सामान जब्त करने के बाद पुलिस ने उसे सील कर दिया।
दोनों उमेश पाल हत्याकांड में हैं आरोपित
चकिया का रहने वाला गुड्डू मुस्लिम उर्फ गुड्डू बमबाज और मरियाडीह का रहने वाला साबिर उर्फ साबिर गोलीबाज दोनों उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित हैं। 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हुई थी। मौके से मिले सीसीटीवी फुटेज में गुड्डू बम चला रहा था और साबिर दो नाली बंदूक से फायर कर रहा था। दोनों पर अन्य आरोपितों के साथ धूमनगंज थाने में केस दर्ज है।
पांच लाख का है दोनों पर इनाम
24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या की गई। इसके बाद अतीक के बेटे असद समेत चार एनकाउंटर किए गए। मगर गुड्डू और साबिर का कोई पता नहीं चला। जुलाई में धूमनगंज पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। इस दौरान दोनों की तलाश धूमनगंज पुलिस करती रही। दोनों पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया। नहीं मिलने पर दोनों के खिलाफ कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया। इसके बाद कुर्की की प्रक्रिया शुरू हो गई। दोनों कोर्ट में हाजिर नहीं हुए तो फिर पुलिस ने शनिवार को दोनों के घर कुर्की की कार्रवाई की।
पीडीए ने सील कर रखा है गुड्डू का घर
चकिया में गुड्डू मुस्लिम का तीन मंजिला मकान है। दो महीना पहले इस मकान को बगैर मानचित्र स्वीकृत हुए बनाने के आरोप में पीडीए ने सील कर दिया था। शनिवार को धूमनगंज पुलिस गुड्डू मुस्लिम के घर पहुंची। पहले वहां डुगडुगी बजाई गई। इसके बाद घर कुर्क किए जाने की सूचना प्रसारित की गई। चूंकि घर पहले से सील था, ऐसे में पुलिस दरवाजे पर कुर्की की नोटिस चस्पा करके लौट गई। पुलिस का कहना है कि पीडीए से पत्राचार करके गुड्डू के घर के सामान जब्त किया जाएगा।
साबिर के घर का सामान जब्त
पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के मरियाडीह में साबिर गोली बाज का घर है। धूमनगंज पुलिस शनिवार को मय फोर्स साबिर के घर पहुंची। देखते ही देखते कई गाडिय़ों से फोर्स साबिर के घर पहुंची तो गांव में सन्नाटा पसर गया। लोक सकते में आ गए। कुछ देर में डुगडुगी बजने लगी तो लोगों को समझ आया कि साबिर के घर कुर्की होने जा रही है। पुलिस ने साबिर के घर के दरवाजे पर कुर्की का कागज चस्पा किया, इसके बाद घर से मां, पत्नी और बच्चों को बाहर जाने के लिए कहा। सभी बगैर विरोध किए घर के बाहर आकर खड़े हो गए। इसके बाद पुलिस ने एक एक कर सारा सामान बाहर निकलवा लिया। सन्नाटे का आलम ये था कि परिवार और पड़ोसियों में कोई भी पुलिस के सामने नहीं आया। साबिर के घर वाले भी चुप्पी साधे सब होता हुआ देखते रहे।
जिस गली से गुजरने में घबराते थे लोग, वहां बज गई डुगडुगी खौफ खाने वाले बन गए तमाशबीन
ये होता है समय का खेल। कभी गुड्डू बमबाज और साबिर के घर के सामने गली से लोग गुजरने से घबराते थे। शनिवार को उन्हीं गलियों में पुलिस की डुगडुगी बजी तो खौफ से घबराने वाले लोग तमाशबीन बन गए। लोगों ने शायद ही सोचा होगा कि दोनों का ऐसा वक्त आएगा कि उनके घर कुर्की हो जाएगी।
मरियाडीह गांव अपराधियों का गढ़ माना जाता है। अतीक ने नब्बे के दशक में इस गांव में आना जाना शुरू किया तो आधे से ज्यादा गांव अपराधी हो गया। नई उम्र के लड़के अतीक की एक आवाज पर मरने मारने को उतारु होने लगे। उन्हीं में से एक है साबिर। साबिर ने माफिया अतीक का दामन थामा तो फिर बहुत ही करीब होता चला गया। एक दौर ऐसा भी आया कि अतीक की कार साबिर चलाने लगा।