- पं। समता प्रसाद गुदई महाराज को महाराज जी को मरणोपरांत प्रदान की गई उपाधि को सुपुत्र पं कैलाश नाथ मिश्र ने ग्रहण किया

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के संगीत एवं कला प्रदर्शन विभाग में चल रहे तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं अन्य ललित कलाओं में रस व सौंदर्य का बुधवार को समापन हो गया। इस मौके पर आखिरी दिन पं सामता प्रसाद गुदई महाराज जी को पदमभूषण पं। सामता प्रसाद ट्रस्ट ऑफ तबला की ओर से डॉ रेनू जौहरी ने गाड आफ तबला की उपाधि दी। यह उपाधि महाराज जी को मरणोपरांत प्रदान की गई उनके सुपुत्र पं कैलाश नाथ मिश्र ने इसे ग्रहण किया। एक वृहद मानपत्र व संगमरमर का मंदिर जिसमें महाराज जी का चित्र लगा हुआ है प्रदान किया गया। इस अवसर पर पं कैलाश नाथ मिश्र का स्वतंत्र तबला वादन हुआ। जिसमें तबले पर आलीशा मिश्रा व हारमोनियम पर आनंद मिश्रा ने साथ निभाया।

101 दीप जलाकर मनायी जयंती

कार्यक्रम की शुरुआत चीफ गेस्ट प्रो। राम सेवक दुबे (अध्यक्ष आटा) को शॉल ओढ़ाकर श्री फल, बुके भेंट करके सत्कार किया गया। इस अवसर पर बहुत सुंदर रंगोली बनाई गई जिसमें 101 दीपक प्रज्ज्वलित कर महाराज जी की 101वी जयंती के उपलक्ष्य में याद किया गया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो। प्रेम कुमार मलिक, प्रो। स्वतंत्रत शर्मा, प्रो विद्याधर, प्रो रश्मि दीक्षित, डॉ विशाल जैन, डॉ रंजना त्रिपाठी, डॉ इभा सिरोठिया समेत अन्य लोग मौजूद रहे।