बीटेक और बीसीए की डिग्री के बाद भी टीचिंग में दिख रहा करियर
डीएलएड में एक दर्जन से अधिक ने प्रोफेशनल डिग्रीधारकों ने लिया दाखिला
ALLAHABAD: इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के कोर्स में कई विधाएं है। जिनके प्रति स्टूडेंट्स में हमेशा से ही क्रेज दिखता रहा है। यही कारण है कि दसवीं के बाद ही स्टूडेंट्स अपना करियर बनाने के लिए फील्ड का सलेक्शन करने के बाद उस ओर करियर बनाने के लिए अग्रसित हो जाते है। ऐसे में स्टूडेंट्स से अगर प्रायमरी में टीचर बनने की बात पूछी जाए तो शायद ही कोई स्टूडेंट इसके लिए तैयार होगा। बढ़ती बेरोजगारी और जॉब सेक्योरिटी की आकांक्षा मन में लिए स्टूडेंट्स को अब प्रोफेशन डिग्री हासिल करने के बाद भी सरकारी स्कूलों में टीचर्स बनने का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। यह हम नहीं, बल्कि प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति के लिए आवश्यक डीएलएड में दाखिलें में बढ़ रही प्रोफेशनल्स की संख्या बता रही है।
प्रायमरी स्कूलों में पढ़ाएंगे इंजीनियर
डीएलएल में दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स में फिलहाल अब तक सबसे अधिक संख्या बीटेक डिग्री धारकों की है। इसमें सिविल फील्ड से लेकर मकैनिकल, और इलेक्ट्रानिक समेत अन्य सभी ब्रांच में बीटेक डिग्री धारक शामिल है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में अब तब डीएलएड में हुए दाखिले में से 15 स्टूडेंट्स ऐसे है, जिन्होंने बीटेक, बीई, बीसीए, बीबीए जैसी डिग्री लेने के बाद प्रायमरी में सहायक अध्यापक बनने के लिए डीएलएड कोर्स में दाखिला लिया है। जबकि अभी डीएलएड में दाखिला लेने का सिलसिला जारी है। ऐसे में वह दिन दूर नहीं जब बीटेक डिग्री हासिल करने वाले युवा अब प्रायमरी के बच्चों को ज्ञान बांटेंगे।
फैक्ट फाइल
- बीटेक डिग्री के बाद डीएलएड में दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 8
- बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग यानी बीई डिग्री के बाद दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 2
- बीसीए और बीबीए कोर्स करने के बाद एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या पांच है।