प्रयागराज (ब्यूरो)।उपाधि प्राप्त छात्र संस्थान के ब्रांड एम्बेसडर होते हैं। छात्रों को ध्येय सदैव ऊंचा रखना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति दूसरों से अलग और विशेष गुणों से युक्त होता है। अपने गुणों को पहचान कर आगे बढऩा चाहिए। यह बातें इलाहाबाद हाईकोर्ट, लखनऊ बेंच के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति
एसएन अग्निहोत्री ने नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के शशि परिसर में आयोजित दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में कही। उन्होंने कहा कि कुछ नया सीखते रहना ही जीवंतता की निशानी है। श्रेष्ठ संस्कारवान व्यक्ति ही विश्व का कल्याण कर सकता है। ग्रामीणांचल में स्थित यह विश्वविद्यालय नवीन तकनीक व संसाधनों से युक्त आधुनिकतम शिक्षा उपलब्ध करा रहा है।
छात्रों को गोल्ड मेडल
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परास्नातक के छात्रों को गोल्ड मेडल
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पीएचडी छात्रों को उपाधि दी गई
सपने को साकार कर रहा विश्वविद्यालय
समारोह में अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलाधिपति जेएन मिश्र ने कहा कि गांव में आधुनिक शिक्षा व्यवस्था के सपने को साकार कर रहा है यह विश्वविद्यालय। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अनुसरण करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। नई दिशा और नई गति की ओर है यह विश्वविद्यालय। उच्च शिक्षा को ग्रामीण स्तर पर सहज और सरलता से उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है। यहां परम्परागत एवं आधुनिक शिक्षा दोनो प्रदान की जा रही है। कुलाधिपति ने उपाधि एवं गोल्ड मेडल प्राप्त कर रहे सभी विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई दी। कुलपति प्रो संजय श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय का परिचय दिया और उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों को प्रतिज्ञा दिलाई। कुलसचिव
आरएल विश्वकर्मा ने सर्वोच्च अंक प्राप्त विद्यार्थियों के नाम की घोषणा गोल्ड मेडल के लिए की मुख्य अतिथि एसएन अग्निहोत्री, कुलाधिपति जेएन मिश्र, कुलपति प्रो संजय श्रीवास्तव, प्रतिकुलपति डॉ एससी तिवारी ने इन छात्रों को गोल्ड प्रदान किया। इस दौरान दीक्षांत समारोह की स्मारिका का विमोचन किया गया। साथ ही डा संतेश्वर मिश्रा की किताब राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का भी विमोचन हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ अमृता सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव आरएल विश्वकर्मा ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सचिव मनीष मिश्र, प्रो सीथम्मा, परीक्षा नियंत्रक डा राजेश तिवारी, डा हिमांशु टण्डन, डा अभय आनंद सिन्हा, डा पंकज यादव, डा रूद्र प्रकाश ओझा, प्रो आरसी त्रिपाठी, डा रमेश चंद्र मिश्रा मौजूद रहे।