शुक्रवार को सोरांव सीएचसी से हुई शुरुआत, की गई जांच

शुक्रवार को सोरांव सीएचसी से इस अभियान की शुरुआत की गई है।

मरीजों को बीपी कार्ड दिया जा रहा है। यह कार्ड मरीजों के रोग की पहचान होगा।

अगर किसी को हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी है तो उसकी जांच से लेकर इलाज तक सब स्वास्थ्य विभाग को करना होगा। सरकार ने इस मामले में इंडिया हाईपर टेंशन इनीशिएटिव चलाकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। शुक्रवार को सोरांव सीएचसी से इस अभियान की शुरुआत की गई है।

पहले दिन हुई 25 की जांच

अभियान के पहले दिन शुक्रवार को 25 लोगों की जांच की गई और इसमें से तीन लोग हाईपर टेंशन के मरीज निकले। तीनों का बीपी पासपोर्ट कार्ड बनाया गया है। केंद्र, राज्य, आईसीएमआर, डब्ल्यूएचओ की ओर से आयोजित इस कार्यकम का उदघाटन एसीएमओ डॉ। वीके मिश्रा ने किया। उन्होंने तनाव भागदौड़ को देखते हुए हाई बीपी के बढ़ते मरीजों को लेकर विस्तृत जानकारी दी।

कार्ड के जरिए होगा इलाज

बता दें कि सरकार चाहती है कि जो लोग भी हाई बीपी के मरीज है उनकी जांच और इलाज प्रापर तरीके से किया जाए। यही कारण है कि मरीजों को बीपी कार्ड दिया जा रहा है। यह कार्ड मरीजों के रोग की पहचान होगा।