करोड़ों का टर्नओवर है। सालान इनकर लाखों में है। इसके बाद भी इनकम टैक्स नहीं चुकाया। यह हैं भाजपा के फूलपुर के प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्या की कहानी। 18 लाख से अधिक रुपए इनकम टैक्स के बकाया हैं उन पर फिर भी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। वैसे बसपा प्रत्याशी केशरी देवी की कहानी भी जुदा नहीं है। वह भी बड़े सरकारी कर्जदारों में से एक हैं।

केशव ही नहीं केशरी भी बकाएदार

-भाजपा प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्या पर बकाया है 18 लाख से अधिक इनकम टैक्स

-बसपा प्रत्याशी केशरी देवी सरकारी आवास और बिजली विभाग की बकाएदार

-जिया उल हक भी शामिल हैं बकाएदारों की सूची में

<करोड़ों का टर्नओवर है। सालान इनकर लाखों में है। इसके बाद भी इनकम टैक्स नहीं चुकाया। यह हैं भाजपा के फूलपुर के प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्या की कहानी। क्8 लाख से अधिक रुपए इनकम टैक्स के बकाया हैं उन पर फिर भी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। वैसे बसपा प्रत्याशी केशरी देवी की कहानी भी जुदा नहीं है। वह भी बड़े सरकारी कर्जदारों में से एक हैं।

केशव ही नहीं केशरी भी बकाएदार

-भाजपा प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्या पर बकाया है क्8 लाख से अधिक इनकम टैक्स

-बसपा प्रत्याशी केशरी देवी सरकारी आवास और बिजली विभाग की बकाएदार

-जिया उल हक भी शामिल हैं बकाएदारों की सूची में

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: आज हम कर्जे की बात ही नहीं कर रहे हैं। तमाम प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्होंने बैंक से लोन ले रखा है। इस पर कल बात करेंगे। आज बात करते हैं उन प्रत्याशियों को जो सुविधाओं का उपभोग तो करते हैं लेकिन टैक्स भरने में इंट्रेस्ट नहीं लेते। लाखों रुपए का सरकार बकाएदार घोषित हो जाने पर हमारी-आपकी नींद भले ही हराम हो जाती हो लेकिन, ये ठहरे नेता जी। इन्हें फर्क क्यों पड़ने लगा? डटे हुए चुनाव मैदान में। पब्लिक का असली रहनुमा होने का भरोसा दिला रहे हैं। चुनाव जीतने के बाद विकास की गंगा बहा देने की बात कर रहे हैं।

<आज हम कर्जे की बात ही नहीं कर रहे हैं। तमाम प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्होंने बैंक से लोन ले रखा है। इस पर कल बात करेंगे। आज बात करते हैं उन प्रत्याशियों को जो सुविधाओं का उपभोग तो करते हैं लेकिन टैक्स भरने में इंट्रेस्ट नहीं लेते। लाखों रुपए का सरकार बकाएदार घोषित हो जाने पर हमारी-आपकी नींद भले ही हराम हो जाती हो लेकिन, ये ठहरे नेता जी। इन्हें फर्क क्यों पड़ने लगा? डटे हुए चुनाव मैदान में। पब्लिक का असली रहनुमा होने का भरोसा दिला रहे हैं। चुनाव जीतने के बाद विकास की गंगा बहा देने की बात कर रहे हैं।

केशरी रह चुकी हैं जिला पंचायत अध्यक्ष

बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर इलाहाबाद संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में डटी केशरी देवी पटेल लम्बे समय से पार्टी के साथ हैं। उनके बेटे भी विधायक हैं। पार्टी ने उनकी पार्टी के प्रति निष्ठा का सम्मान किया और समर्पित कार्यकर्ता होने का इनाम भी दिया। उन्हें पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़वाया और हर स्तर पर मदद करके उन्हें चार बार उन्हें इस कुर्सी पर काबिज कराया। कुर्सी हासिल करने की जोड़-तोड़ में पार्टी ने उनकी हर संभव मदद की। पूर्ववर्ती बसपा सरकार में उनका कद थोड़ा और बड़ा हुआ और उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा मिल गया। उन्हें महिला कल्याण निगम की अध्यक्ष का दर्जा मिल गया। जाहिर है ओहदा मिला तो सरकारी सुविधाएं कैसे न मिलतीं। वह भी मिली उन्हें। इसका उन्होंने खूब उपयोग भी किया। लेकिन, इसका भुगतान करने की बारी आई तो उन्होंने किनारा कस लिया। इस प्रशासन की ओर से उन्हें बकाएदार घोषित कर दिया गया और भुगतान के लिए नोटिस भी जारी कर दी गई। केशरी देवी ने अपने शपथ पत्र में खुद इसका जिक्र किया है। उनके शपथ पत्र के अनुसार उन पर दो लाख क्फ् हजार चार सौ 70 रुपए राजकीय निवास का इस्तेमाल करने का बकाया है। उनका बिजली का बकाया भी लाख के आंकड़े तक पहुंचने ही वाला है। नामांकन करते समय दाखिल किए गए शपथ पत्र के मुताबिक उन पर 90 हजार सात सौ ख्ब् रुपए का बिजली बिल बकाया है। बता दें कि केशरी देवी और उनके पति गुलाब सिंह के पास क्.भ्ब् करोड़ रुपए की चल और लगभग सात करोड़ रुपए की अचल संपत्ति मौजूद है। जिसका जिक्र इन्होंने अपने शपथ पत्र में भी किया है।

भाजपा के विधायक है केशव प्रसाद

फूलपुर लोकसभा से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे केशव प्रसाद मौर्या वर्तमान में इसी पार्टी के विधायक हैं। उन्होंने कौशांबी जिले में आने वाली सिराथू सीट से जीत हासिल की थी और पहली बार विधानसभा में पहुंचे। वैसे पेशे से वह बिजनेसमैन हैं। उनके बिजनेस को लेकर पहले भी सवाल खड़े हुए करते थे लेकिन बताया जाता है कि इससे अब उन्होंने दूरी बना ली है। इस पचड़े में पड़ने की बजाय सीधी बात करें तो उनका लम्बा-चौड़ा बिजनेस है। लाखों की इनकम होती है इस बिजनेस से। इसके बाद भी उन्होंने इनकम टैक्स भरने में कंजूसी कर दी। उन्होंने खुद नामांकन पत्र दाखिल करने के समय जो शपथ पत्र दाखिल किया है उसके मुताबिक इनकम टैक्स का उन पर क्8 लाख ख्7 हजार तीन सौ 80 रुपए बकाया है। शपथ पत्र के मुताबिक उनके पास कुल ख्.फ्फ् करोड़ रुपए की संपत्ति है। पत्‍‌नी राजकुमारी क्8 लाख रुपए की सम्पत्ति की मालकिन हैं। बिजनेसमैन के बच्चे हैं तो भला वह क्यों पीछे रहते, वह भी लखपति हैं।

निर्दलीय भी नहीं हैं पीछे

सरकारी बकाएदारों की सूची में एक नाम निर्दल प्रत्याशी जियाउल हक का भी है। पेशे से अध्यापक जियाउल फूलपुर लोकसभा सीट से मैदान में उतरे हैं। वह नगर निगम के बकाए हैं। उन पर सम्पत्ति कर के रूप में दो हजार रुपए बकाया हैं। वैसे सम्पत्ति के मामले में वह भी किसी से ज्यादा कमजोर नहीं हैं। उनके खुद के पास ख्.9ख् लाख और पत्‍‌नी के पास 90 हजार रुपए की चल संपत्ति है। वह आठ लाख रुपए की अचल संपत्ति के मालिक भी ये हैं। एक अन्य प्रत्याशी पर स्टांप शुल्क बकाया है।