बीट व चौकी के सिपाही क्षेत्र में घूमकर बंद घर की करेंगी निगरानी

घर में आने के बाद पुलिस को देना होगा प्रवेश करने की सूचना

अगर किसी काम से आप शहर से बाहर जा रहे हैं तो बेफ्रिक रहें। आपके घर की रखवाली स्थानीय पुलिस करेगी। बशर्ते इसकी सूचना थाने के सीयूजी नंबर पर देनी होगी। बताना होगा किस तारीख से कब तक बाहर हैं। यानी कितने दिनों तक आपके घर में ताला लगा रहेगा। इस सूचना के बाद गश्त के दौरान पुलिसकर्मी उस घर की विशेष निगरानी रखेंगे।

बंद घर को चोर बनाते हैं निशाना

पुलिस की माने तो चोरी की अधिकांश घटनाएं बंद घरों में होती है। चोर बंद पड़े घर की रेकी कर आसानी से हाथ साफ कर लेते हैं। कई बार पड़ोसी को भी इसकी भनक तक नहीं लग पाती और चोर अपना काम कर जाते हैं। इस तरह की चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस का एक छोटा प्रयास है।

पार्षद भी निभाएंगे अहम भूमिका

हर व्यक्ति के पास पुलिस का सीयूजी नंबर होना जरूरी नहीं है। ऐसे में कोई भी आस पड़ोस में होने वाले इस तरह की गतिविधियों को देखता है या फिर उसकी जानकारी मिलती है तो वह अपने स्थानीय पार्षद को गोपनीय रूप में सूचना दे सकता है। जिसके बाद पार्षद स्थानीय चौकी व बीट के सिपाहियों को सूचित करेंगे। इसके लिए सिटी के ज्यादातर थानेदारों ने ग्रुप तक बना रखा है। जिसमें हर एक छोटी बड़ी सूचनाओं को पार्षद-प्रधान द्वारा शेयर किया जाता है। यही नहीं इन जानकारी को गोपनीय भी रखा जाता है।

गुप्त रखी जाएगी सूचनाएं

बंद घरों की सूचना देने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा। ताकि कोई थाने का डेटा ही चुराकर ये पता न लगा ले कि कौन कौन से मकान कितने दिनों तक सूने रहेंगे। यही नहीं घर में प्रवेश करने पर भी पुलिस को सूचना देनी होगी। ताकि पुलिस अपनी जानकारी में नोट कर सके कि बंद पड़े घर में व्यक्ति की एंट्री किस डेट में हुई है।

हाई लाइट

शहर से बाहर जा रहे हैं तो ध्यान दें

हॉकर को अखबार डालने से मना कर दें।

बालकनी में कपड़े फैलाकर या कुर्सी रखकर न जाएं

दूधवाले और मेड को कभी न बताएं कि बाहर जा रहे हैं।

इस दौरान उन्हें किसी बहाने से छुट्टी दे दें।

पड़ोसी पर भरोसा कर सकते हैं तो उसे बताकर जाएं।

41

थाने है जिले में

35

प्रतिशत के करीब हर क्षेत्र बंद पड़े हैं ताले

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शिफ्ट में बीट व चौकी के सिपाही करेंगे गश्त

घर बंदकर शहर से बाहर जा रहे हैं तो थाने के नंबर 9454402824 पर फोन कर जानकारी दे सकते हैं। पुलिस गश्त के दौरान उस घरों की निगरानी के साथ बंद ताले को भी चेक करेगी। पुलिस का एक छोटा सा प्रयास है ताकि आने वाले समय में चोरी की घटनाओं पर लगाम लग सके।

अनुपम शर्मा

इंस्पेक्टर, धूमनगंज