प्रयागराज (ब्यूरो)। Mahakumbh 2025: श्रद्धालुओं व पर्यटकों को महाकुंभ में रास्ता बताने का काम ग्लोसाइन बोर्ड करेंगे। इस बोर्ड पर हिन्दी और अंग्रेजी में रास्ते के डायरेक्शन लिए जाएंगे। एक-एक अक्षर रात के वक्त अंधेरे में भी दूर से ही दिखाई देंगे। जिसे पढ़ते हुए श्रद्धालु आसानी से मेला क्षेत्र तक पहुंच सकेंगे। प्लान में अशिक्षित श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुविधा का भी ध्यान रखा गया है। ऐसे श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह पूछताछ केंद्र भी बनाए जाएंगे। इन केंद्रों पर कोई भी व्यक्ति या श्रद्धालु जाकर मौखिक रूप से महाकुंभ के रूट की जानकारी ले सकेंगे। टैक्सी चालक स्थानीय रूट किराया से अधिक चार्ज उनसे न वसूल सकें। इसके लिए टैक्सी व ई-रिक्शा का किराया भी लगाए जाने वाले ग्लोसाइन बोर्ड पर लिखा जाएगा।
चालकों की नहीं चलेगी मनमानी
अगले वर्ष संगम की रेत पर लगने वाले महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। करीब 04 हजार हेक्टेयर में बसाए जाने वाले इस महाकुंभ श्रद्धालुओं की हर छोटी-छोटी समस्याओं पर गौर किया जा रहा है। पर्यटकों व श्रद्धालुओं को मेला तक पहुंचने के लिए रूट की जानकारी के अभाव में भटकना नहीं पड़ेगा। इसके लिए शहर में जगह-जगह ग्लोसाइन बोर्ड लगाए जाएंगे। प्लान पर गौर करें तो यह बोर्ड रेवले स्टेशनों व रोडवेज बस स्टैंड से लेकर महाकुंभ जाने वाली सड़कों के प्रमुख स्थानों व चौराहों पर भी लगाया जाएगा। ताकि श्रद्धालु और पर्यटक इस बोर्ड के सहारे आसानी से महाकुंभ मेला क्षेत्र तक पहुंच सकें। कम पढ़े लिखे श्रद्धालु व पर्यटकों के लिए प्रमुख चौराहों पर पूछताछ केंद्र की स्थापना की जाएगी। ऐसे श्रद्धालु व पर्यटक फिजिकल रूप से इन काउंटरों पर जाकर रूट की जानकारी कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त जगह-जगह सुरक्षा में तैनात पुलिस के जवान भी जरूरत पडऩे या पूछने पर रास्ता दिखाएंगे। बताते हैं कि इन काउंटरों में महिला कर्मचारी भी तैनात की जाएंगी। काउंट पर शिफ्टवास चौबीसों घंटें काम करेंगे।
चालक नहीं ले सकेंगे मनमाना भाड़ा
मेला के दौरान कई टैम्पो व टैक्सी एवं ई-रिक्शा चालक श्रद्धालुओं से मनमाना किराया नहीं वसूल सकेंगे। क्योंकि ऐसे वाहन स्टैंडों में मेला क्षेत्र यानी संग तक का मौजूदा समय में चल रहे लोकल किराया दस बीस रुपये जो भी है लिखा जाएगा.ताकि बाहरी पर्यटकों व श्रद्धालुओं से चालक चालू किराया के बजाय मनमाना किराया नहीं नहीं वसूल सकें।