प्रयागराज (ब्यूरो)। नवीन कुमार की दो जीएसटी फर्म ण्क ही पैन नंबर से जुड़ी हैं। वह एक फर्म को समाधान योजना से रेगुलर में लाना चाहते थे। लेकिन ऐसा करने पर दोनों फर्म रेगुलर में कनवर्ट हो गईं। ऐसे में उनके व्यापार को भारी नुकसान पहुंचा है। इसी तरह रईस खान करेली के व्यापारी हैं। उनकी एक पैन से जुड़ी दोनों फर्म रेगुलर में थीं। वह एक फर्म को समाधान योजना में लाना चाहते थे लेकिन एक के चक्कर में दूसरी भी कनवर्ट हो गई। शुरुआत में उन्हे समझ नही आया, लेकिन बाद में पता चला कि इससे उनके व्यापार को भारी नुकसान पहुंचा है। मार्केट में इस तरह के दर्जनों मामले हैं।
कंपोजीशन और रेगुलर में क्या है अंतर
कंपोजीशन यानी समाधान योजना में व्यापारी को तीन माह में एक बार केवल एक परसेंट जीएसटी देनी होती है। लेकिन उसके साथ व्यापार करने वाला टैक्स इनपुट क्लेम नही कर सकता है। कंपोजीशन वाले सीधे कंज्यूमर को माल बेचते हैं। या सरकार के साथ डील करते हैं। वहीं रेगुलर वाले व्यापारी को हर माह जीएसटी देना होता है। जिस प्रोडक्ट पर जितना टैक्स होता है उसे पेड करते हैं। लेकिन यह व्यापारी टैक्स इनपुट क्लेम करत हेैं और उनको एडजस्टमेंट भी होता है। इनके साथ कोई भी व्यापारी काम करने को तैयार होता है।
नियमों में बदलाव होना जरूरी
जानकारी के मुताबिक इस समय जिले में 70 हजार व्यापारी जीएसटी में पंजीकृत हैं। इनमें से पांच से सात हजार व्यापारी इस समय गवर्नमेंट की समाधान योजना में हैं। ऐसे में व्यापारी परिस्थितियों के हिसाब से अपने व्यापार को करना चाहता है। वह समाधान और रेगुलर कंडीशन में जाकर व्यापार करता है तो इससे उसे और सरकार दोनों को लाभ होता है। व्यापारियों का कहना है कि अगर वह सरकार को टैक्स दे रहे हैं तो उनके लिए नियम भी शिथिल होने चाहिए।
अगर पैन नंबर सेम हैं तो भी कंडीशन के हिसाब से व्यापार करने की आजादी व्यापारियों को दी जानी चाहिए। क्योंकि दोनों कंडीशन में सरकार को टैकस की बचत होती है।
सुशांत केसरवानी, व्यापारी
बहुत से व्यापारियों को नियम की जानकारी नही होने पर उनको काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसलिए सरकार को इस मामले में नियम को सरल करना चाहिए।
शिवम जायसवाल, दवा व्यापारी
अगर किसी की फर्म मार्च माह में कनवर्ट हुई तो उसे राहत भी एक साल बाद मार्च में ही मिलेगी। यानी एक साल तक व्यापारी को नुकसान का सामना करना पड़ेगा। जीएसटी के ऐसे नियम ठीक नही हैं।
महेंद्र गोयल, व्यापारी