प्रयागराज ब्यूरो ये अजब प्रेम की गजब कहानी है। ये प्रेम करने वाली ऐसी लड़की की कहानी है जो लड़की से लड़का बन गई। बहराइच की रहने वाली ये लड़की प्रयागराज की रहने वाली लड़की से प्रेम कर बैठी। करीब छह महीने पहले अननोन कॉल पर दोनों की मुलाकात हुई। दोनों के बीच बातचीत का ऐसा दौर शुरू हुआ कि दोनों न जाने कब एक दूसरे के प्रेेम में पड़ गए। इनको पता ही नहीं चला। दोनों फोन पर ही बातचीत में एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसम खाने लगे। बात शादी तक पहुंच गई। आखिरकार दोनों ने एक दूसरे से मिलने की बात तय की। मुलाकात हुई। गड़बड़ तो तब हो गई जब मामला पुलिस के पास पहुंच गया। पता चला कि बहराइच से आया लड़का लड़की है तो फिर सारी प्रेम कहानी धरी रह गई। और एक प्रेम कहानी का बगैर परवान चढ़े दुखद अंत हो गया।

अननोन कॉल से शुरू हुई बातचीत
फाफामऊ थाना क्षेत्र के शांतिपुरम गोहरी की रहने वाली है पारुल (बदला हुआ नाम)। पारुल के मोबाइल पर करीब छह महीने पहले एक अननोन कॉल आई। फोन करने वाले ने अपना नाम कार्तिकेय मिश्रा (बदला हुआ नाम) बताया। इसके बाद फोन कट गया। दूसरे दिन फिर कार्तिकेय ने फोन किया। फोन पारुल ने रिसीव किया। दोनों के बीच कुछ देर बात हुई। पारुल ने अपना परिचय बताया और कार्तिकेय ने अपना। कार्तिकेय ने बताया कि वह बहराइच का रहने वाला है। जबकि पारुल ने बताया कि वह शांतिपुरम गोहरी में रहती है। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई। जब भी मौका मिलता दोनों घंटों मोबाइल पर बात करते। मोहब्बत भरी बातों का असर ये रहा कि दोनों एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसम खाने लगे। मोहब्बत से भरी दुनिया के खूबसूरत सपने संजोने लगे। बात शादी तक पहुंच गई। आखिरकार दोनों ने मुलाकात करने की ठान ली।
भोर में घर से गायब हो गया कार्तिकेय
पांच सितंबर की भोर में कार्तिकेय अपने घर ये गायब हो गया। बहराइच पयागपुर इलाके का रहने वाला कार्तिकेय बस से प्रयागराज पहुंचा। उसे शांतिपुरम गोहरी के बारे में पता नहीं था। कार्तिकेय सोरांव पहुंच गया। वहां उसने एक पार्लर में अपने बाल कटवाए। जींस और शर्ट खरीदी। हुलिया बदलकर लड़का यानि कार्तिकेय बन गया। इसके बाद कार्तिकेय ने पारुल को फोन किया। दोनों ने सोरांव में मुलाकात की। पारुल इस दौरान बिल्कुल नहीं भांप पाई कि उसके सामने कार्तिकेय बनकर बैठा लड़का नहीं बल्कि लड़की है। दोनों काफी देर तक साथ रहे। कार्तिकेय ने जल्द ही पारुल से मुलाकात की बात कही। इसके बाद कार्तिकेय वहां से चला गया। कार्तिकेय शांतिपुरम और फाफामऊ में कमरा खोजने लगा। छह सितंबर की शाम से लेकर सात सितंबर की रात तक वह कमरा खोजता रहा। मगर उसे कमरा नहीं मिला।

कार्तिकेय की फोटो हो गई वायरल
कमरा खोजने के दौरान कई लोगों को कार्तिकेय पर शक हो गया। हालांकि कार्तिकेय ने पूरी कोशिश की मगर लोगों को शक हो गया कि कार्तिकेय लड़का नहीं बल्कि लड़की है। इस पर कार्तिकेय की फोटो फाफामऊ के व्यापारियों के व्हाट्स एप ग्रुप पर वायरल हो गई।
लड़कों ने की छेड़खानी तो पहुंची पुलिस
सात सितंबर की रात करीब 11 बजे कार्तिकेय शांतिपुरम में भटक रहा था। उसके पास रहने का कोई ठिकाना नहीं था। रात में करीब साढ़े दस बजे उसे अकेला पाकर कुछ लड़कों ने छेड़खानी कर दी। जिस पर कार्तिकेय ने डॉयल 112 पर पुलिस को फोन कर पुलिस से मदद मांगी। पुलिस आकर कार्तिकेय को लेकर फाफामऊ थाने गई। जन्माष्टमी होने की वजह से रात में पुलिस व्यस्त थी। सुबह पुलिस ने थाने में कार्तिकेय से पूछताछ शुरू की। पहली नजर में लड़का नजर आने वाला कार्तिकेय ज्यादा देर तक अपनी पहचान छिपा नहीं सका। पुलिस को शक हो गया कि खुद को लड़का बता रहा कार्तिकेय लड़का नहीं बल्कि लड़की है। इसके बाद पारुल के घरवालों को सूचना दी गई। जब सारा राज पारुल को पता तो उसके सिर पर चढ़ा मोहब्बत का सारा नशा हिरन हो गया। पुलिस ने लड़की से लड़का बने कार्तिकेय को नारी निकेतन को भेज दिया। बहराइच में कार्तिकेय के घर वालों को सूचना दी। पता चला कि घरवालों ने पांच सिंतबर की शाम को ही उसके गायब होने की एफआईआर पयागपुर थाने में दर्ज कराई थी। शनिवार को प्रयागराज पहुंचे परिजन कार्तिकेय को नारी निकेतन से अपने साथ ले गए।

बहराइच से एक लड़की लड़का बनकर प्रयागराज आई थी। यहां उसने अपनी कथित प्रेमिका से मुलाकात की। कमरा खोजने के दौरान उससे कुछ लड़कों ने छेड़खानी की। मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो पुलिस उसे थाने ले आई। यहां पूछताछ में सारा राज खुला। लड़की को नारी निकेतन भेजा गया जहां से बहराइच से आकर परिजन उसे वापस ले गए।
शांतनु चतुर्वेदी, थाना प्रभारी, फाफामऊ