प्रयागराज (ब्यूरो)। मऊआइमा थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाला परिवार की आठ वर्ष की पुत्री 30 नवंबर को घर के पास खेलते हुए गायब हो गई थी। रविवार सुबह उसका शव घर से करीब सौ मीटर दूर मिला था। चेहरे को तेजाब से जला दिया गया था। पोस्टमार्टम में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई थी, जबकि दुष्कर्म की आशंका को देखते हुए स्लाइड सुरक्षित कर ली गई है। मामले में बालिका के स्वजनों ने पड़ोस के ही बच्चे लाल और उसकी पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप लगाया था कि दीवार बनाने को लेकर विवाद हुआ था और बच्चे लाल ने पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। सूत्रों के मुताबिक सोमवार को दिन में पुलिस ने बच्चे लाल को पकड़ लिया। थाने लाकर उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि घर के बाहर बच्चे खेलते थे। प्रतिदिन उनके बीच झगड़ा हो जाता था। बच्चों के विवाद को लेकर बड़े आ जाते थे। इससे वह परेशान हो गया था। 30 नवंबर की शाम शराब के नशे में वह घर पहुंचा तो बालिका खेल रही थी। अचानक उसने उसका मुंह दबाया और लेकर चला गया। घर के सौ मीटर दूर ले जाकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। शव को झाडिय़ों के बीच फेंक दिया। इसके बाद चुपचाप घर चला आया था। दूसरे दिन सुबह काम पर जाने की बात कहकर घर से निकल गया। इंस्पेक्टर मऊआइमा सुरेश ङ्क्षसह का कहना है कि अभी आरोपित बच्चे लाल की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उसकी पत्नी की भी भूमिका की जांच की जा रही है।