प्रयागराज ब्यूरो । अस्पतालों में भीड़ लगा रहे बुखार और कंजक्टवाइटिस के मरीज हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी अपना इलाज करा सकते हैं। इन सेंटर्स पर डॉक्टर्स और सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ आफिसर) की तैनाती की गई है। इनका काम मरीज को उचित परामर्श उपलब्ध कराना है। हालांकि शहर में ऐसे कई सेंटर्स हैं जहां अभी डॉक्टर्स की तैनाती नहीं हो सकी है। जिसकी वजह से यहां मरीज निराश होकर वापस लौट रहे हैं।

शहर में है 48 सेंटर्स

शहरी एरिया में एनएचएम के तहत 48 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स खोले गए हैं। इनमें एमबीबीएस डॉक्टर्स की तैनाती करने का प्रावधान है। अभी तक 35 सेंटर्स में डाक्टरों की नियुक्ति की गई है। बाकी जगहों से मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।

अधिकारियों का कहना है कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने का मुख्य उददेश्य नाम कम्युनिकेबल बीमारियों की स्क्रीनिंग करना है। इनमें कैंसर, बीपी, शुगर आदि शामिल हैं। चूंकि इस समय संक्रामक रोगों के केसेज बढ़ रहे हैं इसलिए इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

नही मिल रहे हैं डॉक्टर्स

हालांकि इन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को चलाने में स्वासथ्य विभाग को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। सोर्सेज बताते हैं कि यहां तैनात होने वाले डॉकटर्स को 55 हजार रुपए सैलरी दी जाती है। इसके अलावा 15 हजार रुपए अतिरिक्त दिए जाते हैं। बावजूद इसके मुश्किल से डॉक्टर ज्वाइन कर रहे हैं। कुछ सेंटर्स पर ज्वाइनिंग के बाद डॉक्टर्स ने रिजाइन कर दिया। यही कारण है कि ऐसे सेंटर्स पर वाीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए डॉक्टर्स से परामर्श दिलवाया जा रहा है।

ग्रामीण एरिया में भी मिलेगा इलाज

दूसरी ओर जिले के ग्रामीण एरिया में कुल 550 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले गए हैं। यहां पर डॉक्टर्स की जगह सीएचओ की तैनाती गई है। सीएचओ जीएनएम नर्सिंग कोर्स पासपाउट होते हैं और इनको छह माह की अलग से ट्रेनिंग दी जाती है। इनका काम मरीज की पूरी हिस्ट्री को ऑनलाइन दर्ज करने के बाद उसको वीडियो कांफ्रंसिंग के जरिए इलाज उपलबध कराना है। गवर्नमेंट की ओर से बनाए गए डॉक्टर्स हब पर कॉल करके मरीजों की कंसल्टेंसी कराई जाती है। मरीज चाहें तो इन सेंटर्स पर जाकर मौसमी बीमारियों का इलाज करा सकते हैं।

हमारे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर डॉक्टरों की तैनाती की गई है। मरीज चाहे तो वहां पर अपना इलाज करा सकते हैं। उनको उचित परामर्श दिया जाएगा। कुछ सेंटर्स पर डॉक्टर नही है, वहां पर जल्द से जल्द तैनाती की व्यवस्था की जा रही है।

डॉ। रावेंद्र सिंह, नोडल, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शहरी

ग्रामीण एरिया में बनाए गए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर नान कम्युनिकेबल डिजीज की स्क्रीनिंग कर मरीजो को रेफर कर दिया जाता है। जरूरत पडऩे पर मरीजों को वीसी के जरिए डॉक्टर का परामर्श भी दिलवाया जाता है।

डॉ। नवीन गिरि, नोडल, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शहरी