300 सरकारी वाहन हैं फिट
आरटीओ कार्यालय मिले डाटा के अनुसार जिले के अंदर परिवहन विभाग में कुल 3458 सरकारी गाडिय़ां पंजीकृत है।
यह सभी गाडिय़ां अलग-अलग सरकारी विभागों में तैनात अफसरों को एलॉट की गयी हैं।
इनमें से 617 सरकारी वाहनों का फिटनेस एक्सपायर हो चुका है।
3158 सरकारी वाहनों का पीयूसी (पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट) एक्सपायर हो चुका है।
कुल 300 वाहन ऐसे हैं जिनका सब कुछ अप टु डेट है
यह लंबे से समय एक्सपायर चल रहे हैं। फिर भी सड़कों पर फर्राटा भर प्रदूषण फैलाने का काम कर रहे हैं।
लगभग सभी विभाग के वाहन
पुलिस विभाग में सबसे ज्यादा यूपी पुलिस हेडक्वार्टर, द एडीजी पीएचक्यू, सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस, डीआईजी ऑफ पुलिस, एसएसपी प्रयागराज से अटैच गाडिय़ां है। इसके अलावा रजिस्टार जनरल, एक्साइज कमिश्नर, डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट डायरेक्टर जनरल फायर सर्विस, कमिश्नर कमर्शियल टैक्स, आरपीएफ, मेडिकल और एजुकेशन डिपार्टमेंट सहित तमाम अन्य विभागों की गाडिय़ां शामिल है। जिन्होंने शुरुआती दौर सिर्फ अप-टू-डेट कराने का ख्याल रखा। लेकिन धीरे-धीरे पूरी तरह से भूल गए।
3158 सरकारी गाडिय़ों का पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट एक्सपायर हो चुका है। रिमाइंडर नोटिस के जरिए आग्रह किया गया है कि वाहनों का पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट दोबारा बनवा लें। इसमें हर सरकारी विभाग की गाडिय़ां शामिल है।
डा। सियाराम वर्मा
एआरटीओ प्रशासन
आंकड़ों को ऐसे समझें
3458
सरकारी गाडिय़ों का आरटीओ में है रजिस्ट्रेशन
3158
सरकारी गाडिय़ों का पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट हो चुका है एक्सपायर
617
सरकारी वाहनों का पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट के अलावा फिटनेस भी हो चुका है एक्सपायर
02
बार हर साल भेजा जाता है रिमाइंडर नोटिस
10
साल पुरानी पांच सौ से अधिक गाडिय़ां हैं शामिल