रेलवे काउंटर से रिजर्वेशन टिकट का डिजिटल पेमेंट करने पर मिलेगा लाभ
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा और पैसेंजर्स को राहत देने के लिए रेलवे ने लिया निर्णय
रेलवे कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने के साथ-साथ यात्रियों की सुविधाओं का भी ख्याल रख रहा है। इसलिए कोरोना महामारी में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने और रेलवे पैसेंजर्स को राहत देने के लिए इसकी शुरुआत की गई है। अगर कोई पैसेंजर्स काउंटर पर रिजर्वेशन टिकट की बुकिंग के वक्त भीम और यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेसस) एप जैसे पेटीएम, गूगल पे, फोन पे आदि माध्यम से पेमेंट करता है तो उसको पांच परसेंट की छूट मिलेगी। लेकिन यह सुविधा फिलहाल कुछ दिनों के लिए लागू की गई है। पहले यह छूट काउंटर से टिकट लेने पर नहीं मिलती थी।
लंबी दूरी की यात्रा मिल रही छूट
रेलवे बोर्ड द्वारा जारी आदेश के तहत यदि कोई पैसेंजर्स रिजर्वेशन काउंटर में लंबी दूरी के लिए टिकट बनवाते हैं। कैश देने के बदले रेलवे को ऑनलाइन पेमेंट करें तो उन्हें एक पीएनआर पर बुक कराए गए टिकट की टोटल अमाउंट पर पांच परसेंट की छूट मिल रही है। सोमवार को दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने काउंटर से ऑनलाइन पेमेंट कर टिकट लेने वाले व टिकट बनाने रेलवे कर्मचारी से बातचीत की। उन्होंने बताया कि इसका फायदा होगा कि काउंटर में बैठा रेलवे का कर्मचारी किसी बाहरी व्यक्ति के संपर्क में भी नहीं आएगा।
यात्रीगण उठा रहे लाभ
रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर पर सफर करने वाले पैसेंजर्स बढ़- चढ़कर छूट का लाभ पाने के लिए ऑनलाइन पेमेंट कर रहे हैं। सभी का कहना था अनलॉक के बाद से ज्यादातर लोग काम पर लौट रहे हैं। इस दौरान अगर पचास-सौ रुपये भी बच जाए तो बहुत है।
क्यूआर कोड से भी सीधे स्कैन कर पैसा भुगतान की सुविधा
पैसेंजर्स चाहे तो रेलवे के क्यूआर कोड को भी सीधे स्कैन कर टिकट के पैसों का पेमेंट कर सकते हैं। कोई भी पैसेंजर्स जून 2022 तक इस सुविधा का लाभ उठा सकता है। रेलवे की ओर से पहले ही ऑनलाइन टिकट रिर्जेवेशन पर पांच परसेंट की छूट दी जा रही है। रेलवे बोर्ड की ओर से यह छूट कोविड 19 के समय में कोरोना संक्रमण के समय कैश में पेमेंट को रोकने और पैसेंजर्स को ऑनलाइन पेमेंट के लिए प्रेरित करने के लिए शुरू किया गया है।
ऑनलाइन पेमेंट पर पांच परसेंट की मिलने वाली छूट यात्रियों के लिए काफी राहत भरी खबर है। काउंटर पर जाकर पेमेंट करने लगे तो जानकारी हुई। ऑनलाइन पेमेंट पर छूट है। अब हर काम का पेमेंट ऐसे भी डिजिटल ही हो गया है। काम पर वापस दिल्ली जा रहा हूं।
विनोद कुमार, पैसेंजर्स
अक्सर नोट टच करने पर हाथों का सैनिटाइज करना पड़ता था। काउंटर पर इससे छुटकारा मिल गया। रेलवे की अच्छी पहल है। जब से लॉकडाउन लगा था। तब से लेकर अब तक में जेब पूरी तरह से ढीली हो चुकी है। अगर टिकट लेने पर कुछ पैसा बच जाता है तो इससे अच्छी बात क्या है।
शैलेश, पैसेंजर्स
डिजिटल पेमेंट पर छूट की स्कीम काफी अच्छी है। टिकट लेने के बाद जो छूट का पैसा मिला। उससे खाने की चीजें खरीद लीं। कुछ तो राहत मिली। इस स्कीम को जब तक कोरोना काल नहीं चला जाता है। तब तक जारी रखें। ताकि लंबे समय तक लोग इसका लाभ उठा सकें।
राज किशोर पैसेंजर्स
रेलवे बोर्ड ने छूट की सीमा तय कर दी है। अधिकतम छूट 50 रुपये होगी। भले ही बेसिक किराया का पांच परसेंट इससे ज्यादा हो। वहीं छूट तभी मिलेगी जब बेसिक किराया सौ रुपये से ज्यादा हो।
शिवम शर्मा
सीपीआरओ एनसीआर