प्रयागराज (ब्यूरो)। कृषि संस्थान प्रसार निदेशालय के वैज्ञानिक डॉ मुकेश पी एम द्वारा पान के रोगों से लडऩे के लिए बोर्डों मिश्रण तैयार करने की विधि किसानों को बताई गई। उद्यान विज्ञान विभाग कृषि संस्थान नैनी के विशेषज्ञ डॉ अतुल यादव ने बताया कि पान के सुगंधित तेल का सेवन मुख के सुगंध के साथ-साथ मिष्ठान, पान की बर्फी, पान का लड्डू, पान का बीड़ा, पान का रसगुल्ला आदि में भी प्रयोग किया जाता है जिला उद्यान अधिकारी प्रयागराज नलिन सुंदरम भट्ट ने विभाग की संचालित योजनाओं की जानकारी दी। प्रशिक्षण प्रभारी वीके सिंह ने किया। पान उत्पादन में प्रदीप कुमार चौरसिया निवासी रामपुर बेला, प्रतापगढ़ को प्रथम, रामनिधि निवासी सौराहा, फूलपुर को द्वितीय तथा माता प्रसाद चौरसिया निवासी पट्टी, प्रतापगढ़ को तृतीय पुरस्कार दिया गया।