प्रयागराज (ब्यूरो)। बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव में वोटर लिस्ट का जेंडर रेशियो 817 था। मतलब एक हजार पुरुष मतदाताओं पर 817 महिलाओं का नाम दर्ज था। लेकिन इस बार हुए पुनरीक्षण अभियान के बाद यह रेशियो बढ़कर 838 हो गया है। यानी महिलाओं के अनुपात में 21 प्वाइंट की बढ़ोतरी हुई है। वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में यह रेशियो 825 था। जानकारों का कहना है कि महिलाएं अपने मतदान के अधिकार के प्रति जागरुक हो रही हैं। इसलिए वह सूची में नाम दर्ज करवाने के लिए पहल भी कर रही हैं।
ज्यादा नही है अंतर
वोटर लिस्ट में इस समय कुल 46.02 लाख मतदाता दर्ज हैं। इसमें 25.03 लाख पुरुष और 20.98 लाख महिला मतदाता हैं। पिछले चुनावों के मुकाबले यह अंतर धीरे धीरे कम हो रहा है। इस बार चुनाव आयोग ने भी 18 से 19 साल के नए मतदाताओं सहित महिलाओं को प्राथमिकता के साथ जोडऩे की बात कही थी। वही बता दें कि वोटर लिस्ट का ईपी रेशियो इस बार 64.27 है। 2017 के मुकाबले इस बार थर्ड जेंडर की भागीदारी भी बढ़ी है। लिस्ट में इनकी संख्या बढ़कर 645 हो गई है।
युवाओं ने भी दिखाया उत्साह
इतना ही नही इस बार मतदाता सूची में पिछले विधानसभा चुनाव से ज्यादा 18 से 19 साल के युवा जोड़े गए हैं। लास्ट चुनाव में जहां 52053 नए मतदाता जुड़े थे वहीं इस बार 62068 मतदाता जोड़े गए हैं। यह वोटर लिस्ट के कुल मतदाताओं का 1.38 फीसदी हैं। यह भी बता दें कि इस बार चुनाव आयोग ने 80 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं को घर से वोटिंग कराने की इजाजत दी है। यह लोग बैलेट पोस्टल के जरिए अपना मत दे सकेंगे। इस बार चुनाव में 80 साल से अधिक उम्र के 67028 मतदातओं को इस नए नियम का लाभ मिल सकेगा।
मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान अधिक से अधिक महिलाओं को जोडऩे की कोशिश की जा रही है। यही कारण रहा कि लिस्ट में जेंडर रेशियो में सुधार हुआ है। 18 से 19 साल के युवा वोटरों ने भी काफी उत्साह दिखाया है।
केके बाजपेई सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी प्रयागराज