प्रयागराज (ब्यूरो)। स्वास्थ्य विभाग के तमाम अभियान और कार्यक्रम संविदा कर्मचारियों के भरोसे चल रहे हैं। लेकिन अपनी तमाम मागों को लेकर संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। उनका कहना है कि कोरोना काल में उनसे राजकीय और साप्ताहिक अवकाश में भी काम लिया जा रहा है। उनकी तीन में से दो मांगों को सहमति प्रदान करने के बावजूद शासन ने पूरी नही की है। यही कारण है कि वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
सभी ब्लॉक में ठप रहा काम
शहर में पत्थर गिरिजाघर के बगल धरना स्थल पर संविदा कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया। इसके अलावा सभी ब्लॉकों पर भी काम काज बंद कर नारेबाजी चलती रही। कर्मचारियों का कहना था कि उन्हे स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत परिवार के सदस्यों सहित पंजीकृत किया जाना चाहिए। उनका गोल्डन कार्ड बनाया जाए। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की तमाम योजनाओं में अहम भूमिका निभाने वाली आशा बहुओं का नियत मानदेय निश्चित किया जाए।
नही लगा टीका, लौट गए लाभार्थी
संविदा की हड़ताल से सबसे ज्यादा कोरोना टीकाकरण प्रभावित हुआ है। शुक्रवार को महज 17 हजार लोगों को डोज लगी है। जबकि रोजाना 40 हजार से अधिक का टीकाकरण कराया जा रहा है। शहर और गांव के तमाम केंद्रों पर एएनएम के हड़ताल पर चले जाने से टीकाकरण बाधित रहा। लोग निराश होकर घर लौट गए। दिसंबर से पहले टीकाकरण का शत प्रतिशत लक्ष्य इस हड़ताल से प्रभावित हो सकता है।
इन कार्यों में भी आई बाधा
हड़ताल पर जाने वालों में बीपीएम, डीसीपीएम, एएनएम, सीएचओ, डॉक्टर और डाटा आपरेटर समेत तमाम कर्मचारी शामिल रहे। इसकी वजह से शासन को रोजाना भेजी जाने वाली रिपोर्टिंग का काम लगभग ठप रहा। कई ब्लॉकों में ओपीडी भी ठप रही .इसके अलावा ब्लॉकों के अन्य स्वास्थ्य योजनाओं का कार्यान्वयन नही हो सका। अगर यह हड़ताल लंबे समय तक चली तो स्वास्थ्य विभाग को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। इस मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष राहुल नायर, महामंत्री राम सागर समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।हड़ताल को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। टीकाकरण काफी प्रभावित हुआ है। आधा लक्ष्य ही प्राप्त किया जा सका। उम्मीद है जल्द ही कर्मचारी काम पर लौट आएंगे।
डॉ। नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज