प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर के प्रतिष्ठित सराफा कारोबारी पंकज महेंद्र के अपहरण और दस करोड़ रंगदारी मांगने के आरोप में माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। माफिया के अलावा अन्य नौ आरोपित भी कोर्ट में पेश किए गए। इस दौरान कचहरी में सुरक्षा व्यवस्था बेहद चौकस रही। कोर्ट के इर्द गिर्द बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात रहे। गैंगेस्टर एक्ट की विशेष कोर्ट के विशेष न्यायाधीश विकास कुमार की कोर्ट में सभी आरोपितों का बयान दर्ज किया गया। कोर्ट ने आरोपितों से सवाल भी पूछे। वहीं, आरोपितों ने घटना में शामिल होने से इंकार कर दिया। मामले की सुनवाई मंगलवार को भी होगी। जिसमें आरोपितों को सफाई साक्ष्य पेश करने का मौका मिलेगा। हालांकि डॉन बबलू श्रीवास्तव को मंगलवार को पेश नहीं किया जाएगा। सोमवार को दोपहर बाद पुलिस अभिरक्षा में डॉन बबलू को बरेली जेल वापस ले जाया गया।
पांच सितंबर 2015 की है घटना
कैंट के रहने वाले सराफा कारोबारी पंकज महेंद्र का अपहरण पांच सितंबर 2015 को किया गया था। रात में पंकज चौक स्थित अपनी सराफा की दुकान बंद कर घर के लिए निकले। रास्ते में उनका अपहरण कर लिया गया। इसके बाद घरवालों को फोन कर 10 करोड़ रुपये रंगदारी मांगी गई। मामला हाई फाई होने की वजह से पुलिस तेजी से एक्टिव हुई। दो दिन बाद फतेहपुर जिले के एक फार्म हाउस से कारोबारी पंकज महेंद्र को बरामद किया गया।
बबलू के भांजे समेत चार गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में माफिया बबलू के भांजे विकल्प श्रीवास्तव उर्फ गोलू, गोरखपुर के महेंद्र यादव, सच्चिदानंद यादव उर्फ सचिता और थरवई बरेठी के चंद्रमोहन उर्फ बबलू यादव को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपितों के कब्जे से पिस्टल, कारतूस, कार, लैपटॉप, मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किया गया। सभी के खिलाफ कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया।
तय हो चुका है आरोप
घटना के बाद चार आरोपित पकड़े गए। मगर विवेचना के दौरान बबलू श्रीवास्तव का भी नाम आया। उसके अलावा पांच अन्य नाम भी सामने आए। कुल मिलाकर इस घटना में बबलू श्रीवास्तव समेत दस आरोपित बनाए गए। चार साल पहले सभी आरोपितों पर आरोप तय हो चुका है। विचाराधीन मुकदमें में मुल्जिम बयान के लिए अदालत ने 16 अक्तूबर की डेट लगाई थी।
कौशांबी जेल से लाया गया माफिया
बरेली जेल में निरुद्ध माफिया बबलू श्रीवास्तव को रविवार को कौशांबी जेल लाया गया। आधी रात को कौशांबी जेल में उसे शिफ्ट किया गया। इसके बाद दोपहर में पौने बारह बजे कौशांबी जेल से उसे प्रयागराज कोर्ट के लिए रवाना किया गया। दोपहर में पेशी के बाद बबलू को वापस बरेली जेल ले जाया गया।
कोर्ट ने पूछे 28 सवाल
जिला शासकीय अधिवक्ता गुलाब चंद्र अग्रहरि और पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता रणेंद्र प्रताप सिंह ने अभियोजन की ओर से बीस लोगों की गवाही कोर्ट में कराई गई थी। जिसको लेकर कोर्ट ने पेश अभियुक्तों से 28 सवाल पूछे। कोर्ट के सवाल पूछने पर आरोपितों ने खुद पर लगे आरोपों से इंकार किया।
1-डीसीपी
1-एसीपी
2 इंस्पेक्टर
15 दरोगा
100 पुलिस कर्मी
120 पीएसी के जवान
120 आरएफ के जवान