प्रयागराज (ब्‍यूरो)। वही बंधवा स्थित लेटे हनुमान 48 घंटे के भीतर गंगा स्नान कर सकते हैं। जिसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिस गति से गंगा का पानी बढ़ रहा है उससे यही उम्मीद लगाई जा रही है। बता दें यूपी समेत तमाम प्रदेशों में बारिश चरम पर होने की वजह से लगातार गंगा यमुना में पानी छोड़ा जा रहा है। गंगा में कानपुर बैराज से बुधवार को पुन: एक लाख 5 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वहीं एक दिन पहले 1.27 लाख क्यूसेक पानी रिलीज किया गया था। इसी तरह यमुना में ललितपुर स्थित माताटीला बांध तथा यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है, यही कारण है कि दोनों नदियों में एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही है।

कहां कितना बढ़ गया पानी

बुधवार की शाम गंगा का जलस्तर 80.38 मीटर और यमुना का जलस्तर 80.14 मीटर दर्ज किया गया। दोनों नदियो में महज आठ घंटे में क्रमश: 8 और 9 सेमी जलस्तर बढ़ा है। यह रफ्तार आगे भी बनी रह सकती है। अधिकारियों का कहना है कि अगर टोंस नदी में अधिक उफान आया तो स्थिति गंभीर हो सकती है। क्योंकि यही नदी गंगा-यमुना के पानी को आगे बढऩे से रोक देती है। फिलहाल टोंस का बहाव भी जबरदस्त बना हुआ है।

मौके पर पहुंचे डीएम, जाना तैयारियों का हाल

डीएम संजय कुमार खत्री ने बक्शीबांध स्थित एसटीपी का निरीक्षण किया तथा वहां पर बाढ़ की स्थिति की जानकारी लेते हुए तैयारियों को दुरूस्त बनाये रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने एसटीपी की मशीनों तथा पम्पों की क्रियाशीलता की जानकारी ली तथा विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियंता को विद्युत की आपूर्ति तथा सेपरेट फीडर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए.एसडीएम सदर को नावों की टैगिंग कराये जाने का निर्देश दिया है। अल्लापुर स्थित पम्पिंग स्टेशन का भी निरीक्षण किया तथा सभी मशीनों की क्रियाशीलता को चेक किया। मोरी गेट पम्पिंग स्टेशन, दारागंज का निरीक्षण करते पम्पों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने सम्भावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में रह रहे लोगो को सर्तक कराये जाने का निर्देश उपजिलाधिकारी सदर को दिया है। उनके सिफ्टिंग करने के लिए शरणालय में साफ-सफाई सहित सभी व्यवस्थायें चुस्त-दूरूस्त करने के लिए कहा है।

नदियों की जलस्तर

गंगा- 80.38 मीटर

यमुना- 80.14 मीटर

खतरे का निशान- 84.73 मीटर