अंतरराज्यीय गैंग के चार गुर्गे अरेस्ट,
चुराई गई कार को बिहार ले जाकर करते थे सौदा
PRAYAGRAJ: यदि शहर में आप कहीं पर भी कार पार्क करके घंटो के लिए जा रहे हैं तो होशियार रहें। कार कितनी भी हाईटेक हो आधुनिक तकनीक से लैस गैंग उसे चुराकर बिहार ले जा सकते हैं। नारकोटिक्स टीम के जरिए पकड़े गए गैंग के चार गुर्गो ने इस राज से पर्दा उठाया है। इनके पास से तीन चोरी की तीन महंगी कार बरामद हुई है। कार चुराने के बाद बिहार ले जाते समय उसमें गांजा और स्मैक तक रख कर ले जाते हैं। हालांकि यह बात पुलिस की पूछताछ में सामने आई है।
इस तरह करते थे व्हीकल पर हाथ साफ
पकड़े गए गैंग के गुर्गे पहले कार के शीशे को चुपके से काटते हैं।
इसके बाद कम्प्यूटराइज्ड इलेक्ट्रानिक डिवाइस की मदद से हैंडल लॉक को खोल लेते हैं।
फिर चुंबक की मदद से स्टेयरिंग के लॉक को तोड़ने के बाद सेंसर युक्त चाबी से कार के इंजन को स्टार्ट कर लेते हैं।
इतने करने के बाद कार को चुराकर जाने में इन्हें वक्त नहीं लगता।
थोड़ी दूरी पर जाने के बाद ये नंबर को स्क्रैच कर देते हैं या फिर प्लेट ही चेंज कर देते हैं।
बिहार से है गैंग का कनेक्शन
एसपी क्राइम ने बताया कि पकड़े गए गैंग के गुर्गो में राकेश कुमार नट निवासी मसिहाबाद थाना शिवसागर रोहतास बिहार का है। जबकि नरेंद्र प्रसाद उर्फ बल्लू निवासी दुर्गाकुण्ड फजलगंज थाना सासाराम टाउन जिला रोहतास बिहार, पंकज कुमार चौधरी उर्फ साधू निवासी गीताघाट कॉलोनी फजलगंज थाना सासाराम टाउन जिला रोहतास बिहार और तिलमापुर थाना करहगर जनपद रोहतास बिहार निवासी ऋतिक कुमार श्रीवास्तव शामिल है। यानी पूरा गैंग बिहार का ही है। अरैल बांध रोड पर पकड़े गए इस गैंग के पास से इनके द्वारा एडीए कॉलोनी से दो ब्रेजा कार व घटना में प्रयुक्त टाटा सफारी रंग सिल्वर बिना नंबर, कम्प्यूटराइज्ड इलेक्ट्रानिक डिवाइस, एक इंगीनिशिन सिस्टम, दो शक्तिशाली चुंबक के गुटके और एक ग्राइंडर मशीन, प्लास, दो पेचकश दो साइड रिंच 19 ग्राम स्मैक भी बरामद हुई।
चारों अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग के सक्रिय मेंबर है। गैंग के पकड़े गए चारों शातिर बिहार के निवासी हैं। चोरी के वाहन को वे बिहार लेजाकर बेचा करते थे।
आशुतोष मिश्र, एसपी क्राइम