प्रयागराज ब्यूरो । पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में तीस करोड़ रुपये का गेम हुआ है। ये तीस करोड़ रुपये साढ़े चार सौ अभ्यर्थियों से वसूले गए हैं। तीस करोड़ में आधा हिस्सा मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्रा का है। बाकी आधे हिस्से में पूरी टीम शामिल है। एसटीएफ पेपर लीक मसले में वसूली गए धनराशि की जांच कर रही है। इसके लिए गिरफ्तार किए गए राजीव नयन मिश्रा के बैंक एकाउंट को खंगाला जाएगा। हालांकि एसटीएफ को आशंका है कि ये रकम राजीव ने बैंक में तो नहीं ही रखी होगी। फिलहाल, एसटीएफ नोएडा राजीव नयन के साथी रवि अत्री की तलाश में लगी है।

अभ्यर्थियों को रटाया गया पेपर
पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने के लिए राजीव नयन मिश्रा ने ही पूरा प्लान दो पार्ट में बनाया था। प्लान पार्ट वन के मुताबिक पेपर सीधे छापने वाली कंपनी से लेने की जुगत की गई। इसके लिए नोएडा के रवि अत्री ने जिम्मेदारी ली। इसके तहत अहमदाबाद की कंपनी ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन आफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से पेपर हासिल किया गया। फिर सेंटर पर साल्वर बैठाने, नकल कराने के लिए सेंटर सेट करने या कोई इलेक्ट्रानिक डिवाइस इस्तेमाल करने के बजाए अभ्यर्थियों को पेपर रटाने का प्लान बनाया गया। इसके बाद कहीं धर पकड़ न हो, इसके लिए पेपर लेने वाले अभ्यर्थियों को दो जगह पर इक_ा किया गया। पहली जगह मध्य प्रदेश के रीवा में शिव महाशक्ति रिसार्ट को तय किया गया। यहां पर तीन सौ अभ्यर्थियों को रखा गया। चार दिन तक सभी अभ्यर्थियों के खाने, पीने और रहने की व्यवस्था की गई। चार दिन के दौरान सभी अभ्यर्थियों को पेपर रटाया गया। इसके अलावा हरियाणा में ग्रीन वैली रिसार्ट में डेढ़ सौ अभ्यर्थियों को चार दिन तक रखा गया। सभी की खाने, पीने, रहने की व्यवस्था रिसार्ट में ही गई गई। चार दिन में इन अभ्यर्थियों को भी पेपर रटाया गया।

सात लाख में तय हुआ था सौदा
पुलिस भर्ती परीक्षा में एक अभ्यर्थी से सात लाख रुपये में सौदा तय किया गया था। सभी साढ़े चार सौ अभ्यर्थियों से सात सात लाख रुपये लिया गया। वसूली गई रकम में आधा हिस्सा राजीव नयन मिश्रा का है। आधे हिस्से में अभ्यर्थियों को लाने वालों को रकम मिली है। अब राजीव ने खुद का मिली पंद्रह करोड़ की रकम में किस किस को हिस्सा दिया है, इसकी जानकारी उसे रिमांड पर लेकर की जाएगी।

रवि अत्री ने भिड़ाया कंपनी से टांका
एसटीएफ के मुताबिक पेपर लाने का काम रवि अत्री का था। रवि अत्री ने अपने नेटवर्क से सीधे कंपनी से पेपर निकाल लिया। फिर पेपर को हल कराया गया। हल कापी को दोनों रिसार्ट में रखे गए साढ़े चार सौ अभ्यर्थियों को रटाया गया।

कोचिंग संचालक जांच के दायरे में
गिरफ्तार राजीव नयन ने रकम जमा होने की बात स्वीकार की है। इसके अलावा उसने उन लोगों के नाम भी बताए हैं, जिन्होंने अभ्यर्थियों को इक_ा किया। ऐसे में एसटीएफ राजीव से पता चले नामों के बारे में भी जांच पड़ताल करेगी। इसकी जांच अगले एक दो दिन में शुरू हो जाएगी। जांच के दायरे में कई कोचिंग संचालकों के आने की आशंका है।


इन बिंदुओं पर हो रही जांच
- रवि अत्री को कंपनी का लिंक देने वाला कौन है।
- अभ्यर्थियों को जुटाने वाले कौन हैं।
- कहां कहां के अभ्यर्थी इस गेम में शामिल हुए।
- वसूल की गई रकम कहां गई।



दोनों रिसार्ट में साढ़े चार सौ अभ्यर्थियों को पेपर रटाया गया था। एक अभ्यर्थी से सात लाख रुपये में सौदा तय किया गया था। वसूल की गई रकम कहां गई ये जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
नवेंदु कुमार, सीओ एसटीएफ नोएडा