प्रयागराज ब्यूरो । सीएमपी डिग्री कालेज में डीबीटी स्टार स्कीम के तहत केमेस्ट्री, जुलॉजी और बॉटनी डिपार्टमेंट के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को फूड सेफ्टी एंड न्यूट्रीशनल सिक्योरिटी एनालिसिस एंड क्वालिटी कंट्रोल विषय पर तीन दिवसीय वर्कशाप का शुभारंभ हुआ। चीफ गेस्ट इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के साइंस डिपार्टमेंट के पूर्व एचओडी प्रोफेसर जगदंबा सिंह ने प्रोग्राम का इनॉगरेशन किया। उन्होंने कहा कि आज खाने-पीने की वस्तुओं में मिलावट एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। यह महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि इसका हमारे स्वास्थ्य से सीधा संबंध है। किसी ने कहा है कि समाज का स्वास्थ्य राष्ट्र की संपदा है। हर माइक्रो आर्गनिज्म को फूड की जरूरत होती है। फूड से हमें एनर्जी और न्यूट्रिशन प्राप्त होते हैं। कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, वसा, आयरन, मिनरल्स और विटामिन जो हमारे ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी हैं। इसकी क्वालिटी भी बेहतर होनी चाहिए तभी सब स्वस्थ रहेंगे।
अशुद्ध पेयजल है बड़ी समस्या
वर्कशाप में जानकारी दी गयी कि 70 प्रतिशत से अधिक बीमारियां दूषित पेयजल के वजह से होती है। इसलिए शुद्ध पानी सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। गेंहू के आटे से भी बहुत सारे लोगों को एलर्जी होती है, तो फूड आइटम्स को एडाप्ट करते समय इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि कौन सा भोज्य पदार्थ हमें इस्तेमाल करना है और कौन सा नहीं। भोजन सीधे-सीधे हमारे जीवन शैली से जुड़ा प्रश्न है इसलिए हर व्यक्ति को मिलावट मुक्त चीज उपलब्ध कराना और समाज की नैतिक जिम्मेदारी है। संयोजक रसायन विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ बबिता अग्रवाल ने बताया कि चीफ गेस्ट प्रोफेसर जगदंबा सिंह ने 28 पुस्तकें लिखी हैं जो छात्रों की पढ़ाई के लिए तो उपयोगी हैं ही उन्हें कॅरियर बनाने में मददगार भी हैं। उन्होंने अन्य अतिथियों एवं सभागार में उपस्थित शोध छात्रों पीजी स्टूडेंट्स एवं अंडर ग्रेजुएट का स्वागत करते हुए कहा की यह वर्कशाप फूड एडल्टरेशन का प्रैक्टिकल नॉलेज छात्रों के कॅरियर मे सहायक होगा।
छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि
डीबीटी स्टार स्कीम की कोऑर्डिनेटर और पूरे आयोजन की सूत्राधार डॉ सरिता श्रीवास्तव ने डीबीटी के तहत दिए जा रहे सहयोग एवं इस्तेमाल किये जा रहे इंस्ट्रूमेंट्स को प्रैक्टिकल के उपयोगी बताया। कहा कि इससे छात्रोंं में साइंस के प्रति रुचि बढ़ाई जा सकती है। इंजीनियर डॉ सुजीत सिंह ने कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है। आज हमारे घरों में रेस्टोरेंट से सीधे भोजन पहुंच रहा है। कहा की आने वाले समय में कंपनियां बच्चों के टिफिन तक इसी मोड में डिलीवर कराएंगे। इसलिए छात्रों के लिए यह वर्कशाप बहुत ही उपयोगी साबित होगी। यह लाइफलांग काम आएगी। इस अवसर पर वनस्पति विज्ञान विभाग की डॉ मीना राय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कालेज की उप प्राचार्य डॉ नीता सिनहा ने प्रोग्राम के आयोजकों को बधाई दिया। संचालन डॉ हिमानी चौरसिया ने किया। डॉ अकरम अली ने धन्यवाद ज्ञापित किया।