कुंभ क्षेत्र से लेकर शहर के चौराहों पर सांस्कृतिक प्रोग्राम में कलाकारों ने बांधा समा
PRAYAGRAJ: कुंभ मेला क्षेत्र से लेकर प्रयागराज शहर के जर्रे-जर्रे में इस समय भक्ति व आस्था हिलोर मार रही है। बुधवार को जगह-जगह आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देख लोग भावविभोर हो उठे।
सराहा गया लोकनृत्य
मेला क्षेत्र स्थित किला चौराहा अक्षयवट व भारद्वाज के पास बने मंच पर बिहार के जादूगर अमन कुमार निषाद की पंक्ति 'सुनौ भक्तजन बात हमाय, देउतन बसैं प्रयागा आई' को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। लखनऊ की दिव्य सांस्कतिक व शैक्षिक एवं सामाजिक संस्था द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्य को भी खूब सराहा गया। केपी इंटर कॉलेज, लेप्रोसी मिशन चौराहा और हाथी पार्क के पास बने मंच पर लखनऊ के अंकित कुमार श्रीवास्तव ने मैजिक-शो प्रस्तुत किया तो लोग वाह-वाह कहने से खुद को नहीं रोक सके। प्रयागराज के राधेश्याम कुशवाहा ने लोकनृत्य के जरिए खूब तालियां बटोरी। संस्कृति ग्राम चौराहा, अरैल सेक्टर 19 में बने कला मंच और वल्लभाचार्य मोड़ के पास मंचों पर मध्य प्रदेश के कलाकार धनेश परस्ते ने लोकनृत्य प्रस्तुत किया। प्रयागराज के जयप्रकाश पटेल ने अवधी लोक गायन से समां बांध दिया।
आल्हा ने बटोरी वाहवाही
बैंक चौराहा, सिविल लाइंस बस अड्डा, पत्थर गिरजाघर के पास बनाए गए मंच पर संस्था कॉमन्स ने नाटक का मंचन किया। जबकि लखनऊ के विद्याभूषण सोनी और उनके साथियों ने लोक नृत्य प्रस्तुत किया। इसी तरह बालसन चौराहा, इंद्रमूर्ति चौराहा और सुभाष चौराहा के पास सुल्तानपुर के दयाशंकर मिश्र ने आल्हा के जरिए लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
लोकगीत पर मिलीं तालियां
इलाहाबाद विश्वविद्यालय तिराहा, राजापुर ट्रैफिक चौराहा के पास बने मंच पर संत रविदास नगर के गुलाब चंद्र विश्वकर्मा ने लोकनृत्य प्रस्तुत करके वाहवाही बटोरी। देवरिया के लोक कलाकार रामरतन ने लोकगीत की शानदार प्रस्तुति दी। हीरा हलवाई चौराहा, सरस्वती घाट नैनी ब्रिज और प्रयागराज जंक्शन के पास बनाए गए मंच पर लखनऊ की कलाकार रिंकी विश्वकर्मा ने लोकनृत्य व सागर मध्य प्रदेश के रामदास ने लोकनृत्य प्रस्तुत प्रस्तुत कर भारतीय संस्कृति व कला का बेहतरीन प्रदर्शन किया।