प्रयागराज (ब्यूरो)। भीषण गर्मी और उमस में पोलिंग पार्टियों को शुक्रवार को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। सुबह से वह रवानगी स्थल पर पहुंच गए थे लेकिन रवाना होते होते उन्हें दोपहर से शाम हो गई। इस दौरान उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पीने के पानी से लेकर धूल से बचने के लिए वह आड़ ढूंढते रहे। बता दें कि शनिवार को इलाहाबाद और फूलपुर दोनों लोकसभा के लिए वोटिंग होनी है। जिसके लिए पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया।
शहरी विधानसभाओं के लिए केपी ग्राउंड
वैसे तो शहर में चार रवानगी स्थल बनाए गए थे लेकिन शहर की तीनों उत्तरी, दक्षिणी और पश्चिमी विधानसभाओं के लिए केपी ग्राउंड को बनाया गया था। यहां से सैकड़ां की संख्या में पोलिंग पार्टियों को अलग अलग बूथ पर रवाना किया गया। मार्निंग में आठ बजे से पोलिंग पार्टियों के सदस्य यहां पहुंच गए थे लेकिन कागजों का मिलान करने और टीम को एकत्र होने में दोपहर से शाम हो गई। धीरे धीरे इन सभी को पोलिंग बूथों पर भेजा गया।
मम्मी के साथ समय बिताएंगे पापा और मैं
प्रत्येक पोलिंग पार्टी में एक महिला सदस्य को भी शामिल किया गया है। रवानगी स्थल पर उर्मिला, रानी, महिमा, एकता सहित तमाम ऐसी महिलाएं थीं जो अपने पति और बच्चे के साथ आई थंी। उन्होंने बताया कि रात भर पोलिंग बूथ पर रहना होगा। ऐसे में पति और बच्चा साथ ही रुकेंगे। हम तीनों कल शाम को मतदान खत्म होने के बाद साथ ही घर लौटेंगे। मतदान स्थल पर चौबीस घंटे बिताने के लिए उन्होंने पूरे इंतजाम किए हुए हैं।
करते रहे साथी का इंतजार
अधिकतर पोलिंग पार्टियां अपने साथियों के इंतजार में रुकी रहीं। शहर दक्षिणी के प्राथमिक विद्यालय मुट्ठीगंज के बूथ पर लगाई गई टीम के पीठासीन अधिकारी अजीत चित्रांशु ने बताया कि शाम चार बजे उनकी टीम पूरी हुई है। अब वह बूथ के लिए रवाना होने जा रहे हैं। इसी तरह करेली के विद्या निकेतन स्कूल में लगाई गई पोलिंग पार्टी के पीठासीन अधिकारी ने बताया कि हम भी सदस्य के इंतजार में देरी से रवाना हो रहे हैं।
गर्मी ने जमकर लिया इम्तिहान
मतदान अधिकारी तृतीय अजीत ने बताया कि वह पिछले आधे घंटे से बस पर बैठे हैं। एक बस पर चार से पांच टीमों को भेजा जा रहा है। लेकिन कुछ टीमे अभी तक नही पहुंची हैं इसलिए धूप में एक तपना पड़ रहा है। बस के भीतर भी काफी उमस है। बाकी सदस्यों की वजह से बस से उतरकर भी नही जा सकते हैं। एक अन्य बस पर बैठे शहर दक्षिणी के एक बूथ पीठासीन अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि बस ड्राइवर 15 मिनट से नही आया है। इसकी वजह से हमलोग परेशान हो रहे हैं। उसके नाम की एनाउंसमेंट लगातार की जा रही है।
हम कहेंगे तभी जाएंगी घर
इस बार यह भी कहा जा रहा था कि लोकल महिलाएं रात में बूथ पर रुकने के बजाय घर पर जा सकती हैं। लेकिन, ऐसा नही है। रवानगी स्थल पर कई पीठासीन अधिकारियों से बातचीत मे ंपता चला कि महिलाओं को बिना उनकी परमिशन के घर नही जाना है। इसके लिए महिलाओं को पीठासीन अधिकारी से पूछना होगा। आमतौर पर महिलाएं पोलिंग बूथ से घर नही जाती हैं।
हेल्प डेस्क पर दूर हुई समस्याएं
ट्रेनिंग के बावजूद कई ऐसे मतदान अधिकारी व कर्मी थे जिन्हे डाउट था। इसको लेकर वह हेल्प डेस्क पहुंचे थे। उन्होंने यहां पर अपनी समस्याओं का समाधान किया। मौके पर मौजूद ट्रेनर्स ने उन्हें ईवीएम से जुड़ी समस्याओं के समाधान के बारे में बताया। मतदान कर्मियों ने बताया कि मार्निंग में मॉक पोल करने के बाद वोटिंग कराई जानी है और शाम को ईवीएम को मतदान समाप्त होने के बाद स्ट्रांग में रखवाना है।