वीडियो कॉलिंग का करती हैं ऑफर, अश्लील पोज से करती हैं उत्तेजित बनाती हैं क्लीपिंग

वीडियो वायरल करने का झांसा देकर करती हैं वसूली, साइबर थाने में पहुंची शिकायत

साइबर क्राइम की माहिर शातिर युवतियां इन दिनों ब्लैकमेलिंग पर उतर आई हैं। 'स्क्रीन रिकार्डर' के जरिए मोबाइल से युवाओं की अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी दे रही हैं। वीडियो वायरल न करने के लिए उनके जरिए रुपयों की डिमांड की जाती है। भावुकता में फंसी इज्जत को बचाने के किसी सूरत रुपये देकर पिंड छुड़ाने पर आ जाते हैं। थोड़े-थोड़े दो तीन बार रुपये वसूल करने के बाद युवतियां दूसरे गुर्गे की तलाश में जुट जाती हैं। साइबर सेल व साइबर थाने में आधा दर्जन से अधिक ऐसी शिकायतें पहुंची हैं। लोग फरेबी युवतियों से खुद को बचाने की गुहार लगाए हैं। यह सब देखते हुए थाने के साइबर एक्सपर्ट द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है।

इस तरह से बिछाती हैं जाल

साइबर थाने के एक्सपर्ट बताते हैं कि इन दिनों ठगी व ब्लैकमेलिंग का यह ट्रेंड जिले में तेजी से बढ़ रहा है। शातिर युवतियां पहले युवाओं को फेसबुक पर मैसेज भेजती हैं। इसके बाद दो से तीन दिनों तक वह लगातार मैसेज के जरिए युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित कर लेती हैं। युवक के आकर्षित होते ही वह वाट्सएप नंबर लेकर वीडियो कॉलिंग शुरू कर देती हैं। एक्सपर्ट कहते हैं इस वीडियो कॉलिंग के जरिए भी वह दो तीन दिनों तक टारगेट युवक से मीठी-मीठी बातें करती हैं। भावुकता में उनके बिछाए गए जाल में फंसते ही यह युवतियां अपने मकसद को अंजाम देने में जुट जाती हैं। इसके इसके बाद वे वीडियो कॉलिंग करके अपने मोबाइल का 'स्क्रीन रिकार्डर' ऑन कर देती हैं। वह वीडियो कॉलिंग पर युवकों को उत्तेजित करके अश्लील हरकतों के लिए दबाव बनाती हैं। युवक उनके कहने पर अश्लील हरकत जैसे ही करने लगते हैं वह बातें करती रहती हैं और 'स्क्रीन रिकार्डर' वीडियो बनाती रहती हैं। यह 'स्क्रीन रिकार्डर' इतना खतरनाक है कि बात करने वाले का वीडियो गोपनीय तरीके से बना लेता है। इसकी जानकारी बात करने वाले को बिल्कुल नहीं होती। बनाए गए इसी वीडियो को युवकों के फेसबुक आईडी पर ही वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग का काम करती हैं। साइबर सेल व थाने में शिकायत करने वालों ने स्पष्ट लिखा है कि वह मुकदमा नहीं, मदद चाहते हैं।

सावधान रहने के जानिए तरीके

फेसबुक आईडी पर किसी भी अनजान युवती या महिला के मैसेज का जवाब न दें

ऐसी युवतियों व महिलाओं की फ्रैंड रिक्वेस्ट स्वीकार किसी भी सूरत में न करें

फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार लिए हैं व मैसेज रिप्लाई कर रहे तो मोबाइल नंबर न दें

इनके कहने पर किसी भी दशा में वाट्सएप नंबर तो कत्तई न दीजिए

यदि मोबाइल नंबर भी दे चुके हैं तो उनसे वीडियो कॉलिंग पर बातें न करें

बात कर ही रहे हैं तो अपने मोबाइल के फ्रंट कैमरे को बंद कर दें, अंगुली लगा लें

संभव न हो तो इस फ्रंट कैमरे को रुमाल या किसी कपड़े से ढककर ही बातें करें

इनकी बातों में आकर उत्तेजित न हों और कोई अश्लील हरकत न करें

समझिए क्या है 'स्क्रीन रिकार्डर'

स्क्रीन रिकार्डर मोबाइल का स्मार्ट कैमरा है। इसेकोई भी अपने मोबाइल में डाउनलोड कर सकता है।

ह्वाट्सएप से वीडियो कॉलिंग करके स्क्रीन रिकार्डर ऑन कर दिया जाता है।

ऑन किए गए स्क्रीन रिकार्डर के बारे में आप को मालूम नहीं चलेगा।

सामने वाला आप से वीडियो कॉलिंग पर नार्मल बातें करेगा

लेकिन आपकी सारी एक्टीविटी स्क्रीन रिकार्डर के जरिए सामने वाले की मोबाइल में सेव होती चली जाएगी

साइबर थाने में स्क्रीन रिकॉर्डिग करके ब्लैकमेल करने की दो शिकायतें आयी हैं। वे मुकदमा नहीं चाहते और कार्रवाई की रिक्वेस्ट एप्लीकेशन में कर रखे हैं। लोगों खासकर युवाओं को इनसे सतर्क रहने की जरूरत है। वर्ना वे इन शातिर युवतियों व महिलाओं के जरिए ब्लैकमेलिंग के शिकार हो सकते हैं।

राजीव तिवारी

इंस्पेक्टर साइबर थाना