प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गोलियों से छलनी बच्चा कुर्सी से जमीन पर गिरा तो कातिल और उसका तीसरा दोस्त मौके से भाग खड़ा हुआ। गोलियों की तड़तड़ाहट और घटना को देख मेडिकल स्टोर संचालक सहम गया। सनसनीखेज यह वारदात मेडिकल चौराहे के पास बार के बगल बुधवार रात करीब साढ़े आठ बजे हुई। खबर सुनते ही पहुंचे परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। फोर्स के साथ पहुंचे एसएसपी व एसपी सिटी ने देर रात तक छानबीन में जुटे रहे। कातिल के रूप में उसके दोस्त महेंद्र यादव का नाम सामने आ रहा है। कत्ल की वजह फिलहाल ठेकेदारी की रंजिश मानकर पुलिस जांच कर रही है। खबर लिखे जाने तक पुलिस को परिवार तहरीर नहीं दे सका था।

नगर निगम में साथ करते थे ठेकेदारी
अतरसुइया के मालवीय नगर बाबाजी का बाग निवासी बच्चा और राजेश यादव व महेंद्र यादव में गहरी दोस्ती थी। बताते हैं कि राजेश अशोक नगर तो महेंद्र सलोरी का रहने वाला है। बीरेंद्र कुमार कांस्ट्रक्शन कंपनी के नाम से तीनों मिलकर नगर निगम में ठेकेदारी करते थे। बिजनेस पार्टनर होने की वजह से तीनों की एक साथ रोज बैठकी थी। इसके लिए वह मेडिकल चौराहे के पास स्थित बार से सटे रामा केमिस्ट दवाखाने पर बैठा करते थे। रोज की तरह तीनों बुधवार की रात भी पहुंचे और रामा केमिस्ट के अंदर जाकर बैठ गए। चूंकि पहचान अच्छी थी और रोज आते थे लिहाजा दवा दुकानदार अभय कुमार सिन्हा कोई विरोध नहीं करता था। आदत के अनुरूप मॉडल शाप से दारू की बोतल आई और बच्चा व राजेश एवं महेंद्र ड्रिंक शुरू कर दिए। दारू हलक से दिमाग तक पहुंची तो बात बिगड़ गई। अचानक बच्चा का एक दोस्त लाइसेंसी पिस्टल निकाला और उसके ऊपर फायर झोंक दिया। एक के बाद एक सात से आठ रांउड गोलियां उसके जिस्म में उतार दिया। गोलियों से छलनी बच्चा यादव की मौके पर ही मौत हो गई। यह देख मेडिकल स्टोर संचालक कुछ समझ पाता इसके पहले राजेश और महेंद्र वहां से भाग खड़े हुए। गोलियों की गूंज से आसपास रहने वालों लोग तक दहशत में आ गए। खबर पाते ही एसपी सिटी फोर्स के साथ मौके पर जा पहुंचे। पुलिस द्वारा जानकारी बच्चा के घर दी गई तो रोते पीटते पत्नी व परिवार के अन्य लोग मौके पर पहुंचे तो कोहराम मच गया। परिवार पहुंचने के पहले पुलिस बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज चुकी थी।
रिश्तेदार नहीं बता पा रहे कोई कारण
छानबीन में जुटी पुलिस को मालूम चला कि बच्चा की हत्या उसके साथ रहे दोस्त महेंद्र यादव ने की है। कत्ल के पीछे ठेकेदारी का विवाद फिलहाल सामने आ रहा है। हालांकि पुलिस इसके साथ अन्य बिन्दुओं पर भी जांच में जुट गई है। स्पॉट पर पहुंचे एसएसपी रिपोर्ट दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। फोरेंसिक टीम द्वारा दुकान के अंदर पड़े कारतूस और बिखरे ब्लड आदि का नमूना जांच के लिए कलेक्ट किया गया।

ठेकेदारी संग और भी काम करता था
मौत के घाट उतारा गया बच्चा यादव ठेकेदारी के साथ दूध का तबेला भी चलाया करता था। बताते हैं कि इन दिनों वह प्रॉपर्टी डीलिंग में भी हाथ आजमा रहा था। मेडिकल चौराहे पर जिस मेडिकल स्टोर में वारदात हुई उसका संचालक वारदात का प्रत्यक्षदर्शी है। उसने कहा कि बच्चा व उसके दोनों दोस्त पिछले दो साल से उसकी दुकान में रोज बैठा करते थे। यहां बैठकर ड्रिंक करना और चले जाना तीनों का एक नियम बन चुका था। कुछ एक दिन छोड़ बाकी तीनों साथ ही आया उसकी दुकान पर आया करते थे।

बेसहारा हो गया बच्चा का परिवार
मौत के घाट उतारा गया बच्चा यादव अपने ही नहीं भाई के परिवार का भी भरण पोषण किया करता था। बताते हैं कि उसके भाई झब्बर की बीमारी से पहले पहले ही मौत हो चुकी है। पिता हरिश्चंद्र यादव भी अब इस दुनिया में नहीं है। ऐसे में बूढ़ी मां के साथ पत्नी रेनू और तीन बच्चे बेटी बेबो (10), बेटा सिवांश (9) और बेटी छवि (8) के साथ भाई के परिवार का भी जिम्मा उसी के कंधों पर था। उसकी हत्या के बाद अब परिवार में परवरिश करने वाला कोई नहीं रहा। यही सारी बातें सोच कर पोस्टमार्टम हाउस पर उसकी पत्नी गिरी और बेहोश हो गई।

बच्चा अपने दो राजेश और महेंद्र के साथ मेडिकल स्टोर में बैठक कर ड्रिंक कर रहा था। पता चल रहा है कि इस बीच महेंद्र ने लाइसेंसी पिस्टल से उस पर गोलियां चला दी। जिससे बच्चा की मौत हो गई है। भागे हुए उसके दोनों दोस्तों की तलाश जारी है। तहरीर मिलने पर केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दिनेश सिंह एसपी सिटी