धूमनगंज के प्रीतमनगर स्थित निर्माणाधीन मकान में गोली मारकर उतारा गया मौत के घाट

मौके पर दो युवक घायल मानस को लेकर पहुंचे हॉस्पिटल, बुलाने वाले साथी भाग निकले

PRAYAGRAJ: बाइक से घर पहुंचे दो दोस्त मानस ठाकुर (23) को बुलाकर साथ ले गए। तीनों पास के एक निर्माणाधीन मकान में पहुंचे। इस मकान में अचानक मानस को गोली मार दी गई। गोली दाहिनी तरफ चेहरे पर लगते ही वह दम तोड़ दिया। यह देखते ही बुलाकर ले जाने वाले दोस्त भाग निकले। वहां मौजूद दो युवक उसे लेकर एसआरएन हॉस्पिटल भागे। तब तक बात मानस के घर पहुंच गई। यह मालूम चलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिवार वाले पहुंचे तो वहां खून जमीन पर फैला हुआ था। शुक्रवार रात शहर के धूमनगंज स्थित प्रीतमनगर में हुई घटना की खबर सुनते ही पुलिस सन्नाटे में आ गई। एसपी सिटी समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। देर रात तक मामले में पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिल सकी थी।

मृतक की मां को दोस्तों पर शक

मानस ठाकुर वाराणसी रेलवे में लोको पायलट के पद पर तैनात शक्ति नारायण सिंह का बेटा है। शक्ति नारायण धूमनगंज के ही अबूबकरपुर मोहल्ले में मकान बनवा कर परिवार के साथ रहते हैं। उनके दो बेटियों में मानस सबसे बड़ा था। शक्ति नारायण सिंह इन दिनों अवकाश लेकर घर पर ही थे। बताते हैं कि शुक्रवार शाम मानस के दोस्त अमित चौरसिया और पियूष बाइक से उसके घर पहुंचे। घर पहुंचे इन दोस्तों के साथ मानस भी निकल लिया।

घर से दो सौ मीटर दूर मकान पर गए

मानस घर से करीब 200 मीटर दूर स्थित ऋषि के मकान में पहुंचे। ऋषि के इस मकान के फस्ट फ्लोर पर वायरिंग और पुट्टी एवं कुछ निर्माण का काम चल रहा था। इसी मकान में मानस को गोली मार दी गई। गोली चेहरे पर लगते ही मानस की मौत हो गई। यह देखते ही उसे बुलाकर लाने वाले दोस्त अमित चौरसिया व पियूष मौके से भाग निकले। घटना के वक्त मकान मालिक ऋषि मौके पर नहीं था। दोस्तों के भागने पर वहां मौजूद प्रियांशु नामक एक युवक दोस्त के साथ मानस को लेकर हॉस्पिटल जा पहुंचा। तब तक मामले की पूरी जानकारी पुलिस और मानस के परिवार को हो चुकी थी। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी व मानस के परिजन भी हॉस्पिटल पहुंच गए। हॉस्पिटल पहुंचते ही डॉक्टर मानस को मृत घोषित कर दिए। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया।

फारेंसिक टीम ने जांच के सैंपल लिए

अविवाहित मानस की बिलख रही मां पूनम घर से उसे बुलाकर ले जाने वाले उसके दोस्तों व एक झण्डू नामक युवक पर गोली मारने का आरोप लगा रही थी। हालांकि देर रात तक मामले में पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली थी। पुलिस कातिलों की तलाश में जुटी रही। घटना स्थल पर पहुंची फोरेंसिक टीम द्वारा भी जांच के लिए सैंपल लिए गए।

पिस्टल की एक गोली ले ली जान

मौका-ए-वारदात पर पहुंचे अधिकारियों की छानबीन में यह पाया गया कि मानस को लगी गोली पिस्टल की थी। मगर मौके पर पुलिस को कोई पिस्टल या गन नहीं मिली है। मौके पर कोई ऐसे सामान भी नहीं मिले जिससे यह अनुमान लगाया जा सके कि वह दोस्तों के साथ वहां पार्टी कर रहा था। उलझी हुई इन्हीं इसी सारी गुत्थी को सुलझाने में पुलिस अधिकारी देर रात छानबीन में जुटे रहे। एसओजी सिटी प्रभारी ने कहा कि गन तो नहीं मिली पर गोली पिस्टल की ही थी।

फिर कौन बंद कर दिया ताला

गोली लगने के बाद मानस को लेकर प्रियांशु व एक लड़का हॉस्पिटल चला गया था। जैसा कि लोग बता रहे घर से बुलाकर लाने वाले दोस्त उसे गोली लगते ही मौके से भाग गए थे। मकान मालिक मौके पर था नहीं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर घटना के बाद उस मकान के दरवाजे का ताला बाहर से कौन बंद किया। किसे यह जानकारी थी कि वहां से ऐसी घटना हो गई है। प्रश्न यह भी है कि ताला वही बंद किया होगा जिसके पास चाबी रही होगी। ऐसे में माना यह जा रहा है जिन लोगों ने बाहर से मकान में तालाब बंद किया, वही लोग मौके से पिस्टल सहित अन्य सामान भी हटाए रहे होंगे। अब पुलिस इस दिखा में भी जांच शुरू कर दी है।

वर्जन

गोली लगने से युवक की मौत हो गई है। मामले की पूरी छानबीन की जा रही है। प्रकरण में भी दोषी होंगे बख्शे नहीं जाएंगे। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि गोली मारी किसने। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

दिनेश सिंह, एसपी सिटी