प्रयागराज ब्यूरो । भगवान श्रीराम का वीआईपी दर्शन करने के लिए इस लिंक को कम से कम दस लोगों को शेयर करें। इसके बाद लिंक को ओपन करके डिटेल फिल करें। इसके लिए आप को ऑनलाइन मात्र तीन या 50 रुपये ट्रांसफर करने होंगे। यह मैसेज राम सेवा की ओर से श्रीराम के भक्तों को किए जा रहे हैं। यदि आप के मोबाइल पर भी ऐसे मैसेज व लिंक आए हों या आते हैं तो सतर्क हो जाएइए। क्योंकि यह मैसेज साइबर फ्राड करने वालों के जरिए लोगों के पास भेजे जा रहे हैं। भगवान श्रीराम के नाम पर भावनात्मक टच देकर यह आप के जरिए आपके अपनों को भी ठगी का शिकार बना लेंगे। इस लिए ऐसे किसी भी मैसेज पर बिल्कुल विश्वास नहीं करें। मैसेज पर क्लिक करके दिए गए बार कोड से जैसे ही आप रुपये ट्रांसफर करेंगे आप का बैंक अकाउंट शातिर खाली कर देंगे।
घटना नहीं पर सावधानी है जरूरी
दोस्तों, 22 जनवरी को अयोध्या के मंदिर में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए डेट फाइनल है। जैसे-जैसे यह डेट नजदीक आती जा रही है साइबर फ्राड करोड़ों राम भक्तों से ठगी का जाल सोसल मीडिया के जरिए फैलाते जा रहे हैं । पिछले कुछ दिनों से लोगों के मोबाइल पर मैसेज व वीडियो और लिंक इन साइबर ठगों के गैंग द्वारा भेजे जा रहे हैं। लिए गए वीडियो व मैसेज के लिंक को भगवान श्रीराम की दुहाई देते हुए कम से कम दस लोगों को भेजने की अपील वही शातिर ही करते हैं। भावनात्मक अटैच देने के लिए मैसेज दूसरों के पास नहीं भेजने वालों को सबसे बड़ा पानी और न जाने क्यो-क्या लिख देते हैं। यहां तक कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन वीआईपी दर्शन के लिए राम सेवा के नाम से कोई भी संस्था बता कर मात्र चंद रुपयों को ऑनलाइन ट्रांसफर करने की बात करते हैं। उस लिंक या मोबाइल के वाट्सएप पर भेजे गए मैसेज और वीडियो में पैसा ट्रांसफर करने के बाद बारकोड ते दिए होते हैं। साइबर एक्सपर्ट कहते हैं कि इस तरह के मोबाइल पर आने वाले किसी भी मैसेज पर विश्वास नहीं करें। एक भी रुपये किसी को ट्रांसफर करने की जरूरत नहीं है। यह मैसेज किसी दूसरे के पास आप खुद भी ट्रांसफर्म नहीं करें। क्योंकि साइबर फ्राड जानते हैं कि आप आस्था के नाम पर मैसेज अपने दस लोगों को जरूर भेज देंगे। इस तरह आप के जरिए आप के ही लोगों को वे शातिर ठगी का शिकार बना लेंगे। इस लिए इन दिनों भगवान श्रीराम व प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ी किसी भी ऐसे मैसेज को दूसरों के पास ट्रांसफर नहीं करें और न ही किसी लिंक पर जाकर पैसे भेजें।
साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि जैसे आप चंद रुपये उनके दिए बार कोड को स्कैन करके भेजेंगे शातिर अकाउंट हैक कर लेंगे।
इसके बाद हैक किए गए आप के बैंक अकाउंट का सारा पैसा भगवान श्रीराम के नाम पर फ्राड करने वाले निकाल लेंगे।
जब तक आप को मालूम चलेगा काफी देर हो चुकी होगी और बैंक अकाउंट खाली हो चुका होगा, यह एक बड़ा स्कैम है।
दूसरी बात यह आप के पास आने वाले ऐसे मैसेज किसी भी दूसरे के पास भूलकर भी नहीं शेयर करें बल्कि डिलीट कर दें।
नहीं तो आप के द्वारा भेजे गए मैसेज पर से वह व्यक्ति शाइबर फ्राड का शिकार हो जाएगा जिसे शातिरों का पैसेज भेजेंगे।
ऐसी स्थिति में यदि जांच के दौरान पुलिस लिंक खोजना शुरू की तो आप खुद फंस सकते हैं। क्योंकि वह मैसेज उस व्यक्ति के पास मैसेज आप ही भेजे होंगे।
सोशल मीडिया पर साइबर शातिर नाना प्रकार के मैसेज भेज कर लोगों से रुपये ठगी करने का प्रयास कर रहे हैं। भगवान श्रीराम का वीआईपी दर्शन कराने या अन्य बहानों से साइबर फ्राड मैसेज लोगों के मोबाइल पर भेज रहे हैं। ऐसे मैसेज से लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। हालांकि अभी इस तरह के मैसेज से ठगी की शिकायत नहीं मिलीं पर सावधान रहने की जरूरत है।
राजीव तिवारी, प्रभारी साइबर थाना