सोरांव तहसील में तैनाती के दौरान जमीन के नक्शे में छेड़छाड़ का आरोप

PRAYAGRAJ: देश की अदालतों पर आवाम को यूं ही भरोसा नहीं है। यहां जब भी इंसाफ के लिए आवाज दबाई गई अदालतों से पीडि़त को इंसाफ दिया। शुक्रवार को ऐसा ही एक केस सामने आया। प्रशासनिक मशीनरी द्वारा आवाज दबाए जाने पर पीडि़त न्याय के लिए अदालत की डेरी पर माथा टेक दिया। सीजेएम कोर्ट ने पीडि़त की व्यथा सुनकर तत्काल केस दर्ज करने का आर्डर दिया। कोर्ट के आदेश पर सोरांव थाने में एसडीएम सोरांव रहे अनिल कुमार चतुर्वेदी सहित पांच कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ। इन सभी पर जमीन के नक्शे में छेड़छाड़ करने का आरोप है।

पुलिस ने नहीं सुनी तो कोर्ट में गुहार

वीरेंद्र कुमार अग्रवाल पुत्र घनश्याम दास अग्रवाल नवाबगंज स्थित नगर पंचायत लालगोपालगंज के निवासी हैं। कुछ दिन पूर्व जनपद न्यायालय ने 156-3 के वाद में वादी वीरेंद्र अग्रवाल की याचना पर सुनवाई हुई थी। प्रथम दृष्टया राजस्व कर्मियों को सम्मिलित मानते ही कोर्ट ने एसडीएम, तहसीलदार, कानूनगो एवं लेखपाल के खिलाफ केस दर्जन करने आदेश दिया। अदालत ने वीरेंद्र के उस प्रार्थना पत्र को संज्ञान लिया है, जिसमें उसने एसडीएम समेत चार अन्य राजस्व कर्मियों पर सरकारी अभिलेख में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। वीरेंद्र अग्रवाल ने अदालत में दिए प्रार्थना पत्र में कहा था कि एक भूमि मामले में जांच के दौरान राजस्व कर्मचारियों ने अनाधिकृत व अवैधानिक तरीके से भूमि मानचित्र में लालकीर खींच कर क्षेत्रफल में भी छेड़छाड़ है। उसके इसी प्रार्थना पत्र पर सीजेएम कोर्ट ने तत्कालीन एसडीएम सोरांव अनिल कुमार चतुर्वेदी, तहसीलदार अजीत कुमार सिंह, नायब तहसीलदार मृदुल दुबे, राजस्व निरीक्षक कपिल मिश्रा व लेखपाल गुरू प्रसाद यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। आदेश के कई दिन तक वादी यानी पीडि़त थाने का चक्कर लगातार रहा, मगर रिपोर्ट नहीं लिखी गई। बताया गया कि आदेश की उपेक्षा को देखते हुए वह फिर अदालत की शरण में जा पहुंचा। सोरांव थाने की पुलिस की हरकत देखते हुए कोर्ट ने सोरांव इंस्पेक्टर को तलब कर लिया। शीर्ष अफसरों से भी प्रकरण में अदालत द्वारा जवाब मांगा गया। इसके बाद आरोपितों के खिलाफ सोरांव थाने में गुरुवार को धारा 420, 465, 466, 467, 471, 474 477-ए के तहत केस दर्ज किया गया। मुकदमा दर्ज होने के दूसरे दिन तहसील कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा।

कोर्ट के आदेश में यह मुकदमा दर्ज किया गया है। वादी द्वारा इन पर जमीन के मानचित्र में छेड़छाड़ के आरोप लगाए गए हैं। रिपोर्ट मुकदमें की विवेचना बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।

अमिता सिंह, सीओ सोरांव