प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आयुष्मान कार्ड को लेकर लगातार फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं। एक नए मामले में एक कैंसर पीडि़त के नाम से दूसरे शख्स ने आयुष्मान कार्ड बनवा लिया है। उसने फर्जी आधार कार्ड लगाकर इस धोखेधड़ी को अंजाम दिया है। मरीज के बेटे को जब यह पता चला तो उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। फिलहाल वह सीएमओ आफिस का चक्कर लगा रहा है और अभी तक समस्या का कोई हल नही निकल सका है। उसे अपने पिता के इलाज के लिए आयुष्मान योजना का लाभ नही मिल पा रहा है।

क्या है पूरा मामला
फूलपुर के ढोकरी सैदाबाद गांव के रहने वाले दिलीप सिंह का नाम आयुष्मान योजना की लिस्ट में शामिल है। पिछले दिनों जांच में पता चला कि उन्हे बैक बोन कैंसर है। बेटे मानवेंद्र सिंह ने पिता के इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड बनवाना चाहा तो पता चला कि वह कार्ड किसी और ने बनवा रखा है। उसने फर्जी आधार कार्ड लगाकर खुद को लाभार्थी बना लिया है। उधर दिलीप सिंह को डॉक्टर्स ने वाराणसी स्थित कैंसर सेंटर में रेफर कर दिया है। अब बेटे को पिता के इलाज के लिए पैसों की जरूरत है और वह तभी होगा जब आयुष्मान कार्ड असली लाभार्थी के नाम से बन जाए।

दिख रहा है चार अंकों का मोबाइल नंबर
मानवेंद्र सिंह का कहना है कि उसने जब इस मामले में पड़ताल की तो कोई खास सुराग हाथ नही लगा। कार्ड उसके पिता के नाम से बना है। वेबसाइट पर जाकर सर्च करने पर अंतिम चार अंकों का मोबाइल नंबर ही दिख रहा है। ऐसे में नकली आधार लगाकर आयुष्मान कार्ड बनवाने वाले जालसाज तक पहुंचना भी आसान नही लग रहा है। जबकि डिटेल देखने पर परिवार के सदस्यों के नाम भी लाभार्थी सूची में नजर आ रहे हैं।

सर मदद कराइए, बहुत जरूरी है
उधर मानवेंद्र का कहना है कि सीएमओ आफिस में अधिकारियों ने उससे एक हलफनामे की मांग की थी, जो जमा करा दिया गया है। इसके बाद अभी तक कोई हल नही निकल सका है। कहा जा रहा है कि इस समसस्या का हल राजधानी लखनऊ स्थित मुख्यालय से निकलेगा। इसलिए वहां जाना पड़ेगा। जबकि मुझे पिता के इलाज के लिए तत्काल सहायता की जरूरत है। किसी तरह से उनका आयुष्मान कार्ड बनवा दिया जाता।