प्रयागराज ब्यूरो । राजकीय आस्थान यानी नजूल की जमीन को साफगोई के साथ एक महिला ने बेच लिया। इस फ्राड के जरिए उसने शासन-प्रशासन को करोड़ों का चूना लगा दिया। वह अब मोटी रकम लेकर फरार है और प्रशासन सांप गुजरने के बाद लकीर पीटने का काम कर रहा है। मामला बेली उपरहार स्थित बैंक रोड एरिया का है। यहां पर सैकड़ों वर्ग मीटर क्षेत्रफल की सरकारी जमीन को दस हिस्सों में बेचने का मामला सामने आया है। हालांकि अवैध प्लाटिंग को सील कर पीडीए ने नोटिस चस्पा कर दिया है। साथ ही महिला की तलाश की जा रही है।
भवन को तोड़कर हुई प्लाटिंग
जानकारी के मुताबिक बैंक रोड स्थित एक भवन को तोड़कर उसकी जमीन की प्लाटिंग कर दी गई। यह काम अंजू माथुर पत्नी राम कुमार माथुर नाम की महिला ने किया है। उसने इस जमीन पर बने भवन को तोड़कर उसकी 1108 वर्गमी भूमि को दस अलग अलग प्लाट के रूप में विभिन्न ालेगों को बेच दिया। जिसकी शिकायत एडवोकेट अवधेश राय ने शासन प्रशासन से दर्ज कराई। जिसको संज्ञान में लेते हुए वीसी पीडीए अरविंद कुमार चौहान ने जोनल अधिकारी ाममले की जांच करने के आदेश दिए। जिसमें यह शिकायत सही पाई गई।
नही दिया नोटिस का जवाब
पीडीए ने इस मामले में मई में अंजू माथुर को 18 मई को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने को कहा गया। इसके लिए दो जून 2023 की तिथि निर्धारित की गई थी। लेकिन आरोपी द्वारा कोई जवाब दाखिल नही किए जाने के बाद पीडीए को 14 जून को इस भूमि को सील कर दिया गया। उधर अंजू माथुर जमीनों को बेचकर करोड़ों रुपए लेकर फरार चल रही है। मामले की सूचना मिलने पर संबंधित थाने में उसके खिलाफ धारा 420 के तहत राजस्व संपत्ति बेचने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।