प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर के अलोपीबाग पॉवर हाउस के ठीक सामने स्थित होटल के बेसमेंट में गुरुवार रात छह कर्मचारी सो रहे थे। रात में कर्मचारियों ने अंदर जल रही तंदूरी रोटी की भट्ठी के कोल को बुझाया नहीं था। होटल मालिक के घर शादी कार्यक्रम था। मालिक के घर आयोजित प्रोग्राम में सभी कर्मचारी भी देर रात तक व्यस्त रहे। लिहाजा शुक्रवार को होटल मालिक व उसका परिवार सो कर देर से उठा। दोपहर तब जब होटल का शटर बंद देख मालिक के घर वाले कर्मचारियों को जगाने पहुंचे। शटर काफी खटखटाने व आवाज देने के बाद मृतक का भाई सोनू किसी तरह शटर खोला। उसे भी सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। यह देख होटल मालिक अंदर पहुंचा तो उसके होश उड़ गए। कर्मचारी मुनिराज पाल, शशि कुमार, प्रदीप व शिव शंकर, विजय राज उर्फ मोनू आदि बेहोश पड़े थे। आनन फोन सभी को हॉस्पिटल ले जाने की तैयारी में सभी जुट गए। तब तक पहुंची दारागंज पुलिस बेहद गंभीर रहे विजय राज उर्फ मोनू को इलाज के लिए लेकर एसआरएन हॉस्पिटल पहुंची। शेष को वहीं पास के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। विजय राज एसआरएन हॉस्पिटल में पहुंचकर दम तोड़ दिया। इस बीच प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती मुनिराज की भी तबीयत गंभीर हो गए। पुलिस द्वारा उसे भी एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। शनिवार को मुनिराज सहित अन्य कर्मचारियों की हालत बिल्कुल ठीक बताई गई।


एडमिट करवाए गए होटल के चारों कर्मचारियों की हालत पूरी तरह सुधर गई है। एहतियात के तौर पर फिर भी उन्हें हॉस्पिटल में रखा गया है।
धर्मेंद्र कुमार दुबे, प्रभारी निरीक्षक दारागंज