प्रयागराज (ब्यूरो)। नवाबगंज के खागलपुर गांव में हुई पांच लोगों की मौत के मामले में पुलिस हर एंगल को टटोलने में जुटी हुई है। तफ्तीश में लगाई गई टीम के जरिए रविवार को पूरे दिन छानबीन की गई। फिलहाल प्रकरण में जिन चार लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज है, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। चारों आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

आवश्यकता पड़ी तो चारों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की बात कही गई है। पुलिस को अब तक की जांच में मिले सारे साक्ष्य परिवार की हत्या के बाद राहुल तिवारी के सुसाइड की तरफ जा रहे है। अभी पुलिस की जांच खत्म नहीं हुई है। मौका-ए-वारदात से मिले लेटर की हैंड राइटिंग की टेक्निकल जांच कराने के साथ पुलिस और उसके मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकाली जाएगी। तफ्तीश पूरी होने के बाद जो तथ्य छनकर सामने आएंगे उसी के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। यदि आरोपितों पर लगाए गए हत्या के ठोस एवीडेंस नहीं मिलते तो दर्ज किए गए मुकदमें में यह धारा हटा दी जाएगी।

एक-एक बिन्दु को टटोल रही पुलिस
साक्ष्य के अभाव में आरोपितों के दामन पर लगे पांचों के कत्ल का दाग भले मिट जाय, मगर उनकी मुसीबतें कम नहीं होंगी। क्राइम एक्सपर्ट बताते हैं कि उन पर राहुल तिवारी को परिवार की हत्या व सुसाइड के लिए उकसाने का मामला तो चलेगा ही। शनिवार को मृतक राहुल तिवारी के बड़े भाई मुन्ना द्वारा पिंटू व चंद्रशेखर और उनके दोस्त मैनेजर एवं आशु के खिलाफ तहरीर दी गई थी। इसी तहरीर के आधार पर चारों के खिलाफ राहुल तिवारी व उसके पूरे परिवार की हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। केस दर्ज करने के बाद तलाश में जुटी पुलिस ने चारों आरोपितों को शनिवार की रात ही गिरफ्तार कर लिया था। रात में की गई पूछताछ के बाद क्या तथ्य सामने आए, उसे पार्ट ऑफ इनवेस्टीगेशन कहते हुए पुलिस बताने से इंकार कर दिया।

पुलिस अफसरों ने दावा किया दर्ज हत्या के मामले में चारों आरोपितों मृतक राहुल के साले पिंटू व चंद्रशेखर, मैनेजर एवं आशु को जेल भेज दिया गया है। इनवेस्टीगेशन में आगे जरूरत पडऩे पर पुलिस द्वारा चारों को रिमांड पर लेने की बात कही गई। हालांकि पांचों की हत्या के मामले में पुलिस ने चारों को जेल भले भेज दिया है। मगर, साक्ष्य ऐसे नहीं जिसके बूते पुलिस चारों पर लगाए गए आरोप को साबित कर सके। यही वजह है कि पुलिस अब घटना के हर क्लू को बारीकी से टटोलने में जुट गई है। साक्ष्य संकलन के लिए पुलिस द्वारा मौके से मिले दो पन्नों के लेटर की हैंड राइटिंग का टेक्निकल जांच कराएगी। इस रिपोर्ट से यह साबित होगा कि लेटर मृतक राहुल तिवारी का ही है या नहीं?

बैंक में सिग्नेचर का भी होगा मिलान
पुलिस सच्चाई का पता लगाने के लिए बैंक का भी चक्कर लगाएगी। अफसरों का कहना है कि बैंक में उसके द्वारा भरे गए फार्म और हस्ताक्षर आदि को कलेक्ट किया जाएगा।
इसके बाद उस राइटिंग को मौके से मिले लेटर से मिलान किया जाएगा। इतना ही नहीं राहुल तिवारी के मोबाइल की कॉल डिटेल भी पुलिस निकालेगी।
कॉल डिटेल में मिलने वाले नंबरों की भी जांच की जाएगी। मौके से मिले गए फिंगर प्रिंट के सैंपल की जांच लैब में होगी।
इस रिपोर्ट से यह पता चलेगा कि जगह-जगह मिले हाथ व पैर के निशान राहुल या उसके परिवार के ही हैं अथवा किसी और करे।
कौशाम्बी के कोखराज अंदावां स्थित राहुल की ससुराल से लेकर खागलपुर गांव तक पुलिस गहन छानबीन करेगी।
बताते चलें कि कौशाम्बी के भदवां गांव निवासी राहुल तिवारी की बॉडी नवाबगंज के खागलपुर गांव स्थित किराए के मकान में फांसी फंदे से लटकती मिली थी।
जबकि उसकी पत्नी प्रीती व बच्चे माही, पीहू और कूहू की धारदार हथियार से हत्या की गई थी।


नवाबगंज मामले में नामजद किए गए चारों आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। प्रकरण गंभीर प्रकृति का है हर बिन्दु पर बारीकी से जांच की जा रही है। सारे एवीडेंस और सच सामने आने के बाद ही विवेचना क्लोज की जाएगी। आवश्यकता हुई तो आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की जाएगी।
अजय कुमार, एसएसपी प्रयागराज