प्रयागराज (ब्यूरो)। इस साल फिर से सर्किल रेट लागू करने की तैयारी चल रही है। माना जा रहा है कि कम से कम 15 फीसदी तो रेट में वृद्धि होगी। सोर्सेज बताते हैं कि साथ ही राजस्व बढ़ाने के लिए स्टांप चोरी पर भी लगाम लगाई जाएगी। पिछले कुछ सालों में आई शिकायतों में पाया गया कि लोग रजिस्ट्री के दौरान जमीन के बगल मेन रोड को चौहद्दी में कच्चा रास्ता दिखाकर स्टांप चोरी कर लेते हैं। शिकायतों की जांच में यह तथ्य सत्य पाए गए। यही कारण है कि लाखों करोड़ों की इस चोरी को रोकने के लिए नए प्रस्ताव में मेन रोड के किनारे के गाटा संख्या को सेगमेंट रेट में शामिल करने का सुझाव दिया गया है।

क्या है सेगमेंट रेट

रोड के किनारे की जमीनों का सर्किल रेट सेगमेंट रेट के रूप में र्तैयार किया जाता है। उदाहरण के तौर पर कचहरी से म्योहाल चौराहा या बालसन से सोबतियाबाग की रोड। इनका सर्किल रेट ही सेगमेंट रेट कहलाता है। यही कारण है कि मेन रोड के किनारे के गाटा संख्या को सेगमेंट रेट शामिल कर लिया जाएगा। जब कोई रजिस्ट्री कराने आएगा तो प्रजेंटेशन में यह गाटा संख्या दिख जाएगी और मिलान करने पर अगर वह सेगमेंट रेट में दिखी तो स्टांप चोरी करना असंभव हो जाएगा। इसी के साथ शहर में जो नई रोड बन रही हैं, उनको भी सेगमेंट रेट में शामिल करने का सुझाव भी प्रस्ताव में शामिल किया गया है।

इनका भी बढ़ेगा सर्किल रेट

इसके अलावा शहर के व्यवसायिक एरिया में दुकानों के बीच जो घर में बने हैं, उनका सर्किल रेट भी मिलने वाली सुख सुविधा के नाम पर बढ़ाया जाएगा। हालांकि यह व्यवसायिक सर्किल रेट से कम होगा लेकिन बढ़ोतरी की तैयारी यहां भी चल रही है। साथ ही नगर निगम के नए क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर भौतिक आधार पर प्रस्तावित मूल्यांकन सूची तैयार करने की बात भी प्रस्ताव में शािमल है।

कमेटी देगी मंजूरी, फिर होगा सर्वे

राजस्व को बढ़ाने और स्टांप चोरी को रोकने के ऐसे तमाम सुझाव प्रस्ताव में दिए गए हैं। इस फाइल को कमेटी के सामने रखा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद मूल्यांकन सर्वे किया जाएगा। प्रस्तावित सर्किल रेट तैयार करने के बाद इस पर आपत्ति व सुझाव मांगे जाएंगे। इसके बाद जुलाई के अंत में नया सर्किल रेट लागू किया जाएगा।

अभी शुरुआती प्रक्रिया चल रही है। मूल्यांकन के लिए नोटिंग की जा रही है। अभी फाइल को मंजूरी मिलेगी, उसके बाद सर्वे शुरू कराया जाएगा। स्टांप चोरी रोकने के लिए ही मूल्यांकन प्रक्रिया चलाई जाती है।

पशुपति नाथ सिंह, एआईजी स्टांप प्रयागराज